बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न | Bullish Candlestick Pattern in Hindi को समझकर पैसे कमायें

कैंडलस्टिक पैटर्न एक बहुत ही कारगर तरीका है जिससे आप स्टॉक मार्केट में बहुत ज़्यादा पैसे कमा सकते हैं |  इसकी मदद से आप अपने ट्रेडिंग को एक दुसरे ही मुकाम पर ले जा सकते हैं | बहुत सारे ट्रेडर्स अपने शुरूआती दिनों में कैंडलस्टिक पैटर्न का इस्तेमाल कर के पैसे कमाते हैं | 

इन Bullish candlestick pattern से आप स्टॉक खरीद के पैसे कमा सकते हैं और इसका इस्तेमाल आप ट्रेडिंग में भी कर सकते हैं | चाहे आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हों या फिर इंट्राडे या स्विंग ट्रेडिंग | इन कैंडलस्टिक  पैटर्न से आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट निर्णय भी ले सकते हैं | 

Table of Contents

कैंडलस्टिक पैटर्न का इतिहास | Candlestick Pattern History

कैंडलस्टिक पैटर्न की शुरुआत सबसे पहले जापान में हुई थी | एक चावल के व्यापारी ने इसकी शुरुआत की थी | उस व्यापारी का नाम मुनेहिसा होम्मा था |  आज के समय में इन कैंडलस्टिक पैटर्न का इस्तेमाल ट्रेडिंग में किया जाता है | 

आज के समय में कैंडलस्टिक पैटर्न को चार्ट के रूप में दर्शाया जाता है | स्टॉक या कमोडिटी की टेक्निकल एनालिसिस में इसका बहुत ही इस्तेमाल होता है |

बहुत से लोग कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न को देखकर शेयर को खरीदते और बेचते हैं | 

अगर आप डेली टाइम फ्रेम का चार्ट देख रहे हैं तो, उसमे एक कैंडल यह दर्शाता है कि पूरे दिन उस स्टॉक का प्राइस कैसे कैसे घुमा है |  

Candlestick Pattern को कैसे समझे ?

हर कैंडलस्टिक चार चीज़ों को दर्शाती है भले ही वह बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न हो या बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न |

कैंडल का ओपनिंग प्राइस (कितने पर खुला), कैंडल का क्लोजिंग प्राइस ( किस कीमत पर बंद हुआ ), कैंडल का हाई (दिन का सबसे ज़्यादा कीमत क्या था ), कैंडल का लो ( दिन का सबसे कम कीमत) | 

कैंडल का रंग (जिसे वास्तविक बॉडी कहा जाता है) निवेशकों को बताता है कि उस दिन का क्लोजिंग प्राइस ओपनिंग प्राइस से कम था या ज़्यादा था | 

अगर किसी दिन लाल रंग की कैंडल बनती है तो वह यह दर्शाती  है कि उस दिन का क्लोजिंग प्राइस उसके ओपनिंग प्राइस से कम था और अगर हरा रंग की  कैंडल रहती है तो इसका मतलब होता है कि उस दिन का क्लोजिंग प्राइस उसके ओपनिंग प्राइस से ज़्यादा है | 

लाल रंग का कैंडल बिकवाली को दर्शाता है तो वहीं हरे रंग का कैंडल खरीदारी को दर्शाता है | आज हम ऐसे ही bullish candle pattern के बारे में जानेंगे जो मार्केट में आने वाली तेजी का संकेत देते हैं |

Bearish Engulfing candlestick pattern

Bullish candlestick pattern
Bullish candlestick pattern

bullish candle pattern को जानने से पहले हमे यह जान लेना चाहिए कि बुलिश कैंडल होता क्या है ?

बुलिश कैंडल क्या होता है ? | What is Bullish Candle?

कैंडल से रंग से ही हमे कैंडल एक बारे में बहुत कुछ पता चलता है और इनके अलग – अलग रंग के कारण ही इन्हे अलग – अलग नाम दिए गए हैं जैसे कि – बुलिश कैंडल और बेयरिश कैंडल |

अगर आप यह सोच रहे हैं कि तो फिर bullish candle meaning in hindi क्या हुआ ?

जब किसी कैंडल की क्लोज़िंग प्राइस उसके ओपनिंग प्राइस से ज्यादा होती है तो उसे हम बुलिश कैंडल कहते हैं फिर भले ही चाहे वह 5 मिनट, 15 मिनट, 1 घंटा, 1 दिन, 1 हफ्ता या 1 महीने में बने |

बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न | Bullish Candlestick Pattern in Hindi

बुलिश और बियरिश  कैंडल की परिभाषा अलग – अलग होती है | चलिए जानते हैं कि बुलिश और बियरिश किसे कहते हैं और इसे उदाहरण से समझते हैं | 

आज का क्लोजिंग प्राइस 120 है और पिछले दिन का क्लोजिंग प्राइस 115 है तो इसे बुलिश कैंडल कहा जाएगा |

जब हम किसी दिन के क्लोज़िंग प्राइस को पिछले दिन के क्लोज़िंग प्राइस से तुलना करते हैं और वह कम और ज्यादा होती है तो उसी के हिसाब से हम उसे बुलिश या बेयरिश कहते हैं |

अब भले चाहे कैंडल हरा बना हो या लाल बना हो इससे मतलब नहीं है बस हमें यह देखना है कि आज का क्लोजिंग प्राइस ज़्यादा होना चाहिए पिछले दिन के तुलना में | 

Demand Supply trading in Hindi

किसी कैंडल को बुलिश तब कहा जाता है जब आज का क्लोजिंग प्राइस पिछले दिन के क्लोजिंग प्राइस से ज़्यादा रहता है | जिस तरह बुलिश कैन्डल पैटर्न होते हैं ठीक उसी प्रकार बुलिश चार्ट पैटर्न भी होते हैं |

वहीं पर बेयरिश कैंडल तब कहते हैं जब आज का क्लोजिंग प्राइस पिछले दिन के क्लोजिंग प्राइस से कम रहता है तो उसे बेयरिश कैंडल कहा जाता है | चलिए इसे उदाहरण से समझते हैं | 

अगर आज 65 पर कोई स्टॉक बंद हुआ है और पिछले दिन का प्राइस 80 है तो इसे बेयरिश कैंडल कहेंगे | 

कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न को समझना बहुत ही जरूरी है | अगर आप सही तरिके से इन पैटर्न को पढ़ना सीख गए तो इससे आप मार्केट की दिशा को पहले से ही समझ लेंगे की कब मार्केट ऊपर जायेगा और कब मार्केट निचे आएगा | 

बुलिश पैटर्न क्या है ? | Bullish Pattern kya hota hai?

बुलिश पैटर्न ऐसे पैटर्न होते हैं जो चार्ट में बनने के बाद तेजी का संकेत देते हैं | अगर मार्केट गिर रहा है तो ये पैटर्न आपको बताते हैं कि मार्केट यहाँ से ऊपर जा सकता है |

क्या यह पैटर्न सब जगह काम करते हैं ? यह पैटर्न सभी जगह पर आपको सही नतीजे नहीं प्रदान करेंगे | अब आपके दिमाग में आ रहा होगा की ऐसा क्यूँ ?

ऐसा इसलिए क्यूँकी यह पैटर्न मार्केट में आने वाली बुलिशनेस के बारे में बताते हैं और मार्केट कब बुलिश होगा ? जब मार्केट गिर रहा होगा |

बुलिश पैटर्न सबसे बढ़िया काम डाउन ट्रेंड के बाद करते हैं और सपोर्ट के पास भी यह अच्छा रिजल्ट देते हैं | इसीलिए इनको बुलिश पैटर्न कहा जाता है |

बुलिश कैंडल के प्रकार | Types of Bullish Candle

बुलिश कैंडल को भी पांच भाग में बाँटा गया है | सबसे ज़्यादा बुलिश, सबसे कम बुलिश, नार्मल बुलिश, न्यूट्रल बुलिश और सबसे ज्यादा बुलिश से हल्का बुलिश | नीचे हमने आपको सभी प्रकार के bullish candle image दिए हैं, जिसे की आप देख सकते हैं |

Types of bullish candlestick pattern
Types of bullish candle

बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार | Types of Bullish Candlestick Pattern

Bullish candlestick patterns in hindi तीन तरह के होते हैं – सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न, double candlestick pattern in hindi, ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न |

इन तीनो प्रकार वाले कैंडलस्टिक पैटर्न में से जो सबसे महत्वपूर्ण कैंडलस्टिक पैटर्न है उसके बारे में जानेंगे |   जिस प्रकार bullish candle chart पैटर्न होते हैं ठीक उसी प्रकार bullish chart pattern भी होते हैं |

बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न | Bullish Candlestick Pattern in Hindi

समय के साथ, दैनिक कैंडलस्टिक्स के समूह थ्री वाइट सोल्जर, डार्क क्लाउड कवर, हैमर, मॉर्निंग स्टार और बुलिश हरामी पैटर्न जैसे नामों के साथ पहचाने जाते हैं | 

बुलिश रिवर्सल पैटर्न तब बनना चाहिए जब मार्केट डाउनट्रेंड में हो। अन्यथा, यह एक तेजी का पैटर्न नहीं है, बल्कि एक कॉन्टीनुअशन पैटर्न है।

अधिकांश bullish candlestick patterns hindi में बुलिश कन्फर्मेशन की आवश्यकता होती है। दूसरे शब्दों में, उन्हें एक अपसाइड प्राइस मूव का पालन करना चाहिए जो एक लंबी कैंडलस्टिक या गैप अप के रूप में और उच्च ट्रेडिंग वॉल्यूम के साथ आ सकता है।

खरीदारी की पुष्टि करने के लिए पारंपरिक तकनीकी विश्लेषण के अन्य माध्यमों जैसे ट्रेंड लाइन्स, सपोर्ट या वॉल्यूम इंडिकेटर्स के जरिए बुलिश रिवर्सल पैटर्न की पुष्टि की जा सकती है। 

बहुत सारे bullish Candlestick pattern हैं जो खरीदने के अवसर का संकेत देते हैं। हम पांच bullish candlestick pattern पर ध्यान केंद्रित करेंगे जो सबसे मजबूत रिवर्सल सिग्नल देते हैं |

Bullish Candlestick Patterns List

  1. हैमर पैटर्न (hammer pattern)
  2. इनवर्टेड हैमर (Inverted hammer)
  3. Bullish Engulfing
  4. Piercing line
  5. Morning star candlestick pattern
  6. Three White Soldiers
  7. Bullish harami
  8. Bullish kicking candlestick pattern

5 बेस्ट बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न | Top 5 Best Bullish Candlestick Pattern

Hammer or the Inverted Hammer

हैमर एक सिंगल कैंडलस्टिक बुलिश पैटर्न है, जो संकेत देता है कि एक स्टॉक डाउनट्रेंड में अपने निचले स्तर पर आ चुका है। इसमें कैंडल की छोटी बॉडी होती है, और जिसका विक या शैडो बॉडी से दोगुना होना चाहिए | 

सेल्लिंग प्रेशर के कारण स्टॉक का प्राइस निचे की तरफ शैडो बनाया पर खरीदार इतने थे कि उसके कीमत को ऊपर की तरफ ले गए | 

Bullish Candlestick pattern
Hammer and Inverted hammer

इनवर्टेड हैमर भी डाउनट्रेंड में बनता है और एक संभावित ट्रेंड रिवर्सल को दर्शाता है। यह हैमर से बिल्कु उल्टा होता है इसमें ऊपर की तरफ विक या शैडो होता है और इसकी बॉडी निचे की तरफ रहती है | 

Bullish Engulfing Pattern in Hindi

Bullish engulfing pattern एक डबल कैन्डल्स्टिक रीवर्सल पैटर्न है। दूसरी कैंडल पहले वाले की बॉडी को पूरी तरह से ‘कवर’ कर लेती है, इसलिए इसका नाम engulfing पैटर्न रखा गया है |

bullish engulfing candlestick pattern in hindi एक डाउनट्रेंड में दिखाई देता है और एक लाल और हरा कैंडल का संयोजन होता है जिसके बाद एक बड़ी ग्रीन कैंडल बनती है।

Bullish Engulfing

पैटर्न के दूसरे दिन, कीमत पिछले लो की तुलना में कम खुलती है, फिर भी खरीदारी का दबाव कीमत को पिछले उच्च स्तर की तुलना में और ऊपर तक बढ़ा देता है, जो खरीदारों की जीत को दर्शाता है।

एक लॉन्ग पोजीशन में प्रवेश करने की सलाह दी जाती है जब कीमत दूसरी कैंडल के हाई प्राइस से अधिक हो जाती है – दूसरे शब्दों में जब डाउनट्रेंड रिवर्सल की पुष्टि हो जाती है |

Piercing Line Candlestick Pattern in Hindi

बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न के समान, piercing line pattern in hindi एक डबल -कैंडल बुलिश रिवर्सल पैटर्न है, जो डाउनट्रेंड में बनता है। इसमे पहली कैन्डल लाल कैंडल होती है | इसके बाद एक हरी कैंडल बनती है जो पिछले दिन की क्लोजिंग प्राइस की तुलना में कम खुलती है।  

Bullish reversal pattern

इसके तुरंत बाद, खरीदारी के कारण प्राइस पिछले वाले लाल कैंडल को आधी से ज्यादा ( दो-तिहाई) ऊपर बंद होती है |

Single candlestick pattern in hindi

Morning Star Candlestick Pattern in Hindi

morning star pattern थ्री कैंडलस्टिक बुलिश रिवर्सल पैटर्न है जो डाउनट्रेंड में बनता है। पैटर्न में तीन कैंडल होती हैं: जिसमे पहली कैंडल एक बड़ी लाल कैंडल होती है फिर छोटी बॉडी वाली कैंडल (जिसे दोजी कहा जाता है) और बाद में लम्बी हरी बुलिश कैंडल | 

छोटी कैंडल का रंग या तो हरा या लाल हो सकता है, और इसके बॉडी और पहले वाली लाल कैंडल की बॉडी के बीच कोई ओवरलैप नहीं होता है | 

morning star pattern

इससे पता चलता है कि एक दिन पहले जो बिकवाली का दबाव था वह अब कम हो रहा है। तीसरी हरी कैंडल, लाल कैंडल के शरीर के साथ ओवरलैप होती है और एक खरीदारी की शुरुआत को दिखाती है, खासकर अगर हाई वॉल्यूम के साथ बनती है | 

Three White Soldiers Candlestick Pattern in Hindi

यह पैटर्न आमतौर पर डाउनट्रेंड की अवधि के बाद या कंसोलिडेशन में देखा जाता है।  इसमें तीन लंबी हरी कैंडल होती हैं जो लगातार हर ट्रेडिंग दिन के दौरान ऊपर की तरफ बंद होती हैं।

प्रत्येक कैंडल पिछले दिन की क्लोजिंग प्राइस की तुलना में अधिक खुलती है और दिन के उछले स्तर के करीब बंद हो जाती है, जो खरीदारी में लगातार वृद्धि को  दर्शाता है | 

Bullish candlestick pattern

आप इन बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न से ट्रेडिंग भी कर सकते हैं और साथ में इसकी मदद से अपने निवेश के निर्णय भी ले सकते हैं |

इनके अलावा और भी कैंडलस्टिक पैटर्न होते हैं जिसके मदद आप ले सकते हैं जैसे की बुलिश हरामी, ट्वीज़र बॉटम, abondend baby और अन्य |

इन सब पैटर्न के अलावा और भी बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न है जैसे कि – bullish kicker candlestick pattern in hindi, Bullish Harami पैटर्न इत्यादि |

सबसे अच्छा कैंडलस्टिक पैटर्न

किसी एक बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न को सबसे अच्छा कहना सही नहीं होगा मगर फिर भी किसी कैंडलस्टिक पैटर्न को सबसे अच्छा कैंडलस्टिक पैटर्न कहना हुआ तो वह हैमर कैंडल होना चाहिए वो क्यों ?

क्यूंकि यह पैटर्न जब डाउन ट्रेंड या फिर बॉटम में सपोर्ट के पास बने तो बहुत ही अच्छा रिजल्ट देखने को मिलता है |

कितने प्रकार के कैन्डल्स्टिक होते हैं ?

कैन्डल्स्टिक पैटर्न तीन प्रकार के होते हैं |

बुलिश कैन्डल्स्टिक कितने प्रकार के होते हैं |

यह पाँच प्रकार के होते हैं जिनके नाम हैं – most bullish, 2nd most bullish, normal bullish, neutral bullish, least bullish

most common Bullish candlestick pattern कौन सा है ?

Hammer, morning star, inverted hammer, bullish harami, bullish engulfing

सबसे ज्यादा विश्वसनीय कैन्डल्स्टिक पैटर्न ?

हैमर पैटर्न को सबसे ज्यादा विश्वसनीय पैटर्न कहते हैं |

मेरा नाम कौशल कुमार है और मैं इस वेबसाईट bharatinvestingerabykaushal का संस्थापक हूँ | मैं इस वेबसाईट के माध्यम से आप सभी को शेयर मार्केट की बारीक जानकारियों को बताना चाहता हूँ जिससे आप भी शेयर मार्केट से पैसे कमा सकें | मैं शेयर मार्केट में काफी समय से काम कर रहा हूँ और मेरा उद्देश है कि अपने अनुभव को आप तक पहुंचा सकूँ |

10 thoughts on “बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न | Bullish Candlestick Pattern in Hindi को समझकर पैसे कमायें”

Leave a Comment