आज के इस लेख में हम Bearish Engulfing कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में समझेंगे जैसे कि – Bearish Engulfing pattern क्या होता है, बेयरिश एंगलफिंग कैंडलस्टिक पैटर्न का मतलब क्या होता है और इस पैटर्न को हम कैसे ट्रेड कर सकते हैं |
इसके अलावा हम यह भी देखेंगे कि बुलिश और बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न के बीच में अंतर क्या होता है |
बेयरिश एंगलफिंग पैटर्न क्या होता है | What is Bearish Engulfing pattern
Bearish Engulfing pattern एक तरह का बेयरिश रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न है, जो ट्रेंड रेवेर्सल को दर्शाता है |
यह पैटर्न तब बनता है जब पिछला कैंडल हरा होता है और अगले दिन एक बड़ा लाल कैंडल बनता है जो पिछले दिन के हरा कैंडल को अपने अंदर पूरा खा लेता है |
ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि यह पिछले दिन की हरी कैंडल के क्लोजिंग प्राइस के ऊपर खुलता है और पिछले दिन के हरी कैंडल के ओपनिंग प्राइस के निचे बंद होता है |

बेयरिश एंगलफिंग पैटर्न का मतलब | Bearish Engulfing pattern meaning
अगर यह पैटर्न आपको दिख जाए तो आप यह समझ सकते हैं कि पिछला अपट्रेंड ख़तम होने वाला है और अब यहाँ से डाउन ट्रेड चालू हो सकता है |
यह पैटर्न अधिकतर अपट्रेंड के बाद बनता है इसलिए आपको न सिर्फ यह पैटर्न देखना है पर इसके साथ – साथ इसके पहले का ट्रेंड, उसके कैंडलस्टिक और bearish engulfing pattern बनने के बाद के कैंडलस्टिक को भी ध्यान से देखना है |
बेयरिश एंगलफिंग पैटर्न कैसे बनता है | How Bearish Engulfing pattern form
Bearish Engulfing pattern एक तरह का डबल कैंडलस्टिक पैटर्न है जिसमे एक हरा और एक लाल कैंडल बनता है |
इसमें पहले हरा कैंडल बनता है फिर अगले दिन गैप – अप होकर लाल कैंडल बनता है जिसका ओपनिंग प्राइस पिछले दिन के हरी कैंडल के क्लोजिंग प्राइस से ज़्यादा रहता है और क्लोजिंग प्राइस हरी कैंडल के ओपनिंग प्राइस से कम रहता है |
इसमें जो लाल कैंडल बनती है उसमे अगर निचे तरफ शैडो जितना कम रहता है वह उतना अच्छा माना जाता है |
ट्रेडर और निवेशक को ऐसी सलाह दी जाती है कि जब यह बेयरिश एंगलफिंग पैटर्न आपको दिखता है तो आपको इसमें शार्ट पोजीशन बनानी चाहिए |
शूटिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न
बेस्ट बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न
Bearish Engulfing pattern Psychology
Bearish Engulfing pattern बनने के पहले अपट्रेंड रहता है और फिर गैप – अप होने के बाद एक बड़ा लाल कैंडल बनता है जो यह दर्शाता है कि बुल्स अब कमजोर हो चुके हैं और अब यहाँ से बेयर की पकड़ मजबूत होती दिख रही है |
यह पैटर्न तभी ज़्यादा अच्छा माना जायेगा जब हरा कैंडल गैप – अप होने के बाद बने |
अगर लाल कैंडल फिर उसी प्राइस पर खुलता है जो पिछेल दिन का क्लोजिंग प्राइस रहता है तो इसे बेयरिश एंगलफिंग पैटर्न नहीं माना जायेगा |
Bearish Engulfing Pattern vs. Bullish Engulfing Pattern
यह दोनों पैटर्न एक दुसरे एक बिलकुल अपोजिट पैटर्न हैं | बुलिश एंगलफिंग जहाँ अपट्रेंड की तरफ इशारा करता है वहीँ bearish engulfing डाउन ट्रेंड की तरफ संकेत देता है |
बुलिश एंगलफिंग पैटर्न में पहले लाल और फिर हरा कैंडल बनता है पर बेयरिश एंगलफिंग में पहले हरा फिर उसके बाद एक बड़ा लाल कैंडल बनता है |
How to trade Bearish Engulfing pattern
बेयरिश एंगलफिंग पैटर्न को ट्रेड करने के लिए आपको पहले कन्फर्मेशन का इंतज़ार करना है फिर उसके बाद आप उसमे एंट्री और स्टॉप लॉस तय कर के ट्रेड ले सकते हैं |
कन्फर्मेशन और एंट्री के लिए आप निचे दिए गए तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं |
Bearish Engulfing confirmation
जब यह पैटर्न बन जाता है और दुसरे दिन जो भी कैंडल बनता है, अगर वह पिछले दिन के लो को तोड़ देता है और नीचे की तरफ क्लोजिंग देता है तो यह संकेत होता है कि यह पैटर्न सही है |
कन्फर्मेशन के लिए आप वॉल्यूम को भी देख सकते हैं | अगर दुसरे दिन जब लाल कैंडल बनता है और उस दिन बिकवाली की वॉल्यूम ज़्यादा रहती है पिछले दिन के खरीदारी के वॉल्यूम से तो यह भी एक तरह का कन्फर्मेशन होता है कि ट्रेंड अब बदल सकता है |
Bearish Engulfing entry
अब सवाल उठता है कि हमें कब एंट्री लेनी चाहिए | एंट्री आप लाल कैंडल के लो के निचे ले सकते हैं और स्टॉप लॉस लाल कैंडल के हाई के ऊपर रख सकते हैं |
इसके अलावा अगर आपको इसमें जल्दी एंट्री लेना है तो आप दिन के क्लोजिंग के समय वॉल्यूम को देख कर भी एंट्री ले सकते हैं |
अगर दिन के क्लोजिंग के समय बहुत ज़्यादा वॉल्यूम दिख रही है और एक बड़ा लाल वॉल्यूम का टावर बन रहा है तो आप उसमे एंट्री ले सकते हैं क्यूंकि बड़ा वॉल्यूम बिकवाली को दर्शाता है |
अगर ज़्यादा वॉल्यूम रहता है तो ऐसा माना गया है कि अगले दिन भी वह निचे जा सकता है | ज़्यादा वॉल्यूम स्टॉक के निचे जाने के संभावनाओं को बड़ा देते हैं |
Bearish Engulfing pattern के नुकशान
- यह पैटर्न तभी कारगर है जब पहले वाला ट्रेंड अपट्रेंड हो अगर मार्केट साइड वेज़ है तो यह पैटर्न उतना कारगर साबित नहीं होगा |
- चूँकि एंगलफिंग पैटर्न में दूसरा कैंडल बड़ा कैंडल बनता है तो उसका स्टॉप लॉस भी बड़ा हो जाता है, जिससे सही रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो नहीं बैठता है | इसलिए यह पैटर्न देखकर ट्रेड करना थोड़ा परेशानी साबित हो सकता है |
- इसमें आपको टारगेट तय करने में भी परेशानी आ सकती है क्यूंकि कैंडल पैटर्न से आप टारगेट नहीं निश्चित कर सकते हैं | टारगेट के लिए आपको दुसरे चीज़ों जैसे कि इंडीकेटर्स का सहारा लेना पड़ेगा उस ट्रेड से निकलने के लिए |
बेयरिश एंगलफिंग पैटर्न कब बनता है ?
Bearish engulfing pattern अपट्रेंड में बनता है |
बेयरिश एंगलफिंग पैटर्न कितना सही साबित होता है ?
अगर यह पैटर्न रेजिस्टेंस के पास बनता है तो काफी सही ट्रेड देता है |