इस लेख के माध्यम से हम जानेगे की technical indicators क्या होते हैं, कितने तरह के टेक्निकल इंडीकेटर्स होते हैं, टेक्निकल इंडीकेटर्स की कौन – कौन से किताब उपलब्ध है, बैंक निफ़्टी के लिए सबसे अच्छा technical indicators कौन है, स्विंग ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा टेक्निकल इंडीकेटर्स कौन है |
Technical Indicators क्या होते हैं ?
टेक्निकल एनालिसिस में इंडीकेटर्स बहुत ही ख़ास महत्वा रखते हैं | टेक्निकल इंडीकेटर्स ऐसे टूल्स होते हैं, जिनके इस्तेमाल से ट्रेडर ट्रेडिंग का निर्णय लेते हैं | इन्ही टूल्स के कारण उन्हें ये संकेत मिलता है कि उन्हें कब खरीदना और बेचना है |
टेक्निकल इंडीकेटर्स का इस्तेमाल |Uses of technical indicators
इंडिकेटर बहुत तरीकों से ट्रेडरों को मदद करते हैं | ट्रेडरों टेक्निकल इंडिकेटर की मदद से भविष्य की गरणा कर सकते हैं, जैसे कि – किस लेवल से स्टॉक ऊपर जायेगा और कौन से प्राइस से स्टॉक में बिकवाली हो सकती है या सेलिंग आ सकती है |
इसके साथ – साथ, कुछ ऐसे इंडीकेटर्स भी होते हैं जिनसे उन्हें अलर्ट मिलता है कि – स्टॉक को इस लेवल के बाद खरीदा या बेचा जा सकता है | खरीदने – बेचने के साथ – साथ, उन्हें यह भी पता चल जाता है कि किस स्टॉक से उन्हें दूर रहना है |
और तो और कुछ technical indicators ऐसे होते हैं, जिनकी मदद से उन्हें कन्फर्मेशन मिलता है – हाँ, अब इस स्टॉक में एंट्री ली जा सकती है |
मार्केट की स्थिति के अनुसार, कन्फर्मेशन के लिए एक से ज़्यादा इंडिक्टर्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं परन्तु बहुत ज़्यादा इंडिकेटर के इस्तेमाल से आपको फाल्स सिगनल मिल सकता है |
Technical indicators का इस्तेमाल हम अगर candlestick के साथ करते हैं तो हमे ज़्यादा अच्छा और मुनाफे वाला ट्रेड मिलने के ज़्यादा आसार रहते हैं |

टेक्निकल इंडीकेटर्स के प्रकार | Types of Technical indicators
वैसे तो technical indicators चार तरह के होते हैं पर मार्केट में दो तरह के इंडीकेटर्स का इस्तेमाल बहुत होता हैं | इनका नाम leading और lagging indicators है |
- leading indicators ऐसे इंडीकेटर्स होते हैं जो एक प्राइस के ट्रेंड्स के बारे में बताते हैं और वह प्राइस मूवमेंट को फॉलो करता है | इस इंडिकेटर का इस्तेमाल आप ट्रेंडिंग मार्केट में कर सकते हैं |
यह इंडीकेटर्स ट्रेंडिंग मार्केट में बहुत अच्छा काम करते हैं और खरीदने और बेचने के लिए अच्छा सिगनल देते हैं | RSI, Stochastic Oscillator, Bollinger Bands अन्य कुछ leading indicators के नाम हैं |
- lagging indicators ऐसे इंडीकेटर्स होते हैं जो प्राइस के पीछे चलते हैं – मतलब प्राइस पहले ही ऊपर या निचे चली जाती है पर यह प्राइस के मूवमेंट के बाद इंडिकेशन देते हैं |
उदाहरण – अगर स्टॉक 100 रूपए पर चल रहा है और यह जब 100 से 115 पर चला जाता है तब जाकर lagging indicators संकेत देता है कि अब इसे खरीदना चाहिए | Moving average and MACD lagging indicators के अंतर्गत आते हैं |
leading और lagging indicatorsको और ज़्यादा विभाजित कर देते हैं तो उन्ही को momentumऔर trend इंडिकेटर के नाम से जाना जाता है |
चार तरह के टेक्निकल इंडीकेटर्स | 4 types of technical indicators
- Leading Indicators
- Lagging Indicators
- Momentum Indicators
- Trend Indicators
momentum का मतलब हुआ कि कितनी तेजी से कोई स्टॉक ऊपर जा निचे जा रहा है | मोमेंटम को बताने के लिए leading indicator का इस्तेमाल किया जाता है |
वहीँ दूसरी तरफ ट्रेंड इंडिकेटर ऐसे इंडिकेटर होते हैं जो ट्रेंड की दिशा को बताने का काम करते हैं | ट्रेंड को बताने के लिए lagging indicator का इस्तेमाल किया जाता है |
महत्वापूर्ण टेक्निकल इंडीकेटर्स की सूची | List of Important Technical Indicator
- मूविंग एवरेज (Moving average)
- रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI)
- स्टोकास्टिक ओस्किल्लेटर (Stochastic Oscillator)
- ADX
- बोलिंगर बैंड्स (Bollinger Bands)
- MACD (moving average convergence divergence)
- फिबोनाच्ची रेट्रासेमेन्ट (Fibonacci retracement)
टेक्निकल इंडीकेटर्स की किताबें | Technical Indicators books
- थ्री बेस्ट टेक्निकल इंडीकेटर्स ऑन अर्थ (The 3 best technical indicators on earth)
- कम्प्लीट गाइड तो टेक्निकल इंडीकेटर्स (The complete guide to technical indicators by Mark Larson)
- गाइड तू टेक्निकल एनालिसिस एंड कैंडलस्टिक (Guide to Technical Analysis and Candlesticks by Ravi Patel)
- गेटिंग स्टार्टेड इन टेक्निकल एनालिसिस (Getting Started in Technical analysis by Jack Schwager)
- टेक्निकल एनालिसिस ऑफ़ फाइनेंसियल मार्केट (Technical Analysis of the Financial Markets by John Murphy)
टेक्निकल इंडीकेटर्स का इस्तेमाल कैसे करें ? | How to Use technical indicators
जैसा की आपको पता है मार्केट के तीन ट्रेंड होते हैं – अपट्रेंड, डाउनट्रेंड और साइडवेज़, तो अगर हमे किसी इंडिकेटर का इस्तेमाल करना है तो हमें सबसे पहले यह देखना पड़ेगा कि कौन सा इंडिकेटर उस ट्रेंड में इस्तेमाल हो सकता है |
अपट्रेंड और डाउन ट्रेंड एक ट्रेंडिंग मार्केट है तो इसमें हमें अलग इंडीकेटर्स का इस्तेमाल करना पड़ेगा | हम एक इंडिकेटर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं और दो से तीन इंडिकेटर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं |
अब मान लीजिये कोई स्टॉक अच्छे ट्रेंड में है, मतलब वह बड़ी तेजी से ऊपर या निचे जा रहा है तो इसका मतलब वह एक मोमेंटम में है |
इसके लिए हम RSI का इस्तेमाल कर सकते हैं और अगर उसका ट्रेंड बदलता होता है तो उसे बेचने के लिए हम मूविंग एवरेज का इस्तेमाल कर सकते हैं |
स्विंग ट्रेडिंग के लिए सबसे बढ़िया इंडिकेटर | Best Technical indicator for swing trading
स्विंग ट्रेडिंग के लिए आपको टाइम फ्रेम का भी ध्यान देना होगा | स्विंग ट्रेडिंग के लिए आप डेली टाइम फ्रेम का इस्तेमाल करें | अब बात आती है कि स्विंग ट्रेडिंग के लिए सबसे उपयोगी इंडिकेटर कौन सा है ?
स्विंग ट्रेडिंग के लिए आप मूविंग एवरेज, RSI, बोलिंजर बैंड्स, फिबोनाकी रिट्रेसमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं | इन सबकी अलग – अलग स्ट्रेटेजी होती है जिससे आप स्विंग ट्रेडिंग कर सकते हैं |
जैसे मूविंग एवरेज के लिए गोल्डन और डेथ क्रॉसओवर स्ट्रेटेजी होती है और बांकी सब इंडिकेटर के लिए दूसरी स्ट्रेटेजी होती है | अगर आपको स्ट्रेटेजी के बारे में जानना है तो कमेंट जरूर करियेगा |
बैंक निफ़्टी के लिए सबसे बढ़िया इंडिकेटर | Best Technical indicator for bank nifty
बैंक निफ़्टी के लिए आप channels, trendline और RSI का इस्तेमाल कर सकते हैं | ट्रेंडिंग मार्केट में यह सब बहुत अच्छा से काम करती हैं | ट्रेंडिंग मार्केट जैसे कि अपट्रेंड और डाउन ट्रेंड में मूविंग एवरेज का इस्तेमाल भी कर सकते हैं |
पर वही मूविंग एवरेज जो कि रिट्रेसमेंट के दौरान मूविंग एवरेज पर सपोर्ट या फिर रेजिस्टेंस लेता है |
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए सबसे बढ़िया इंडिकेटर | Best Technical indicator for long term investment
लॉन्ग टर्म इन्वेस्मेंट के लिए आप 200-day SMA (सिंपल मूविंग एवरेज) का इस्तेमाल कर सकते हैं, क्यूंकि 200-day SMA स्टॉक के लिए लक्ष्मण रेखा का काम करती है |
अगर स्टॉक 200-day SMA पर सपोर्ट लेकर ऊपर जाता है तो अपट्रेंड में रहता है और अगर स्टॉक इसे तोड़ देता है तो वह डाउन ट्रेंड में चला जाता है और काफी समय तक निचे इस ट्रेड करता रहता है |
अगर वह सपोर्ट लेता है तो आपको उसे खरीदना चाहिए और अगर वह उसे तोड़ के निचे चला जाता है तो उस आपको बेच देना चाहिए और उस स्टॉक से दूर रहना चाहिए |
कितने तरह के इंडिकेटर होते हैं ?
वैसे तो मुख्या रूप से दो होते हैं पर और ज़्यादा विभाजित करने के बाद 4 हो जाते हैं |
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे बढ़िया इंडिकेटर कौन सा होता है ?
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आप RSI, MACD और मूविंग एवरेज का इस्तेमाल कर सकते हैं |
3 thoughts on “Technical Indicators (टेक्निकल इंडीकेटर्स ) in Hindi”