अगर आप भी ट्रेडिंग करते हैं और कुछ ऐसे Double Candlestick pattern in hindi को खोज रहे हैं जो आपकी ट्रेडिंग को एक नए मुकाम पर ले जाए तो इस लेख को ध्यान से पढ़िएगा |
यहाँ पर आपको Double Candlestick pattern jankari in hindi में उपलब्ध कराई जाएगी | हिन्दी के साथ – साथ हम कुछ शब्दों को अंग्रेजी में भी लिखेंगे, जिससे आपको समझने में आसानी हो सके |
इस लेख में आपको Double Candlestick pattern in hindi के सभी पैटर्न के बारे में बताया तो जाएगा ही पर इसके साथ – साथ में उस पैटर्न की मदद से ट्रेडिंग कैसे करें, इसके ऊपर भी यह लेख आपकी मदद करेगा |
Double Candlestick pattern kya hai in hindi | Double Candlestick pattern explained in hindi
अगर आप इसके नाम पर गौर करेंगे तो आप यह समझ सकेंगे की डबल कैंडलस्टिक पैटर्न (Double Candlestick pattern) दो कैन्डल से मिलकर बनने वाला पैटर्न है और यह पैटर्न को बनने ले लिए आपको कम से कम दो ट्रेडिंग दिन लगते हैं |
जैसे सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न (single Candlestick pattern) होता है ठीक उसी प्रकार डबल कैंडलस्टिक पैटर्न (Double Candlestick pattern) होता है | इन दोनों में सबसे बड़ा अंतर होता है कैंडलस्टिक की संख्या का |
Single Candlestick pattern में आपको बस एक कैंडलस्टिक पैटर्न (candlestick pattern) को देखना रहता है वहीं Double Candlestick pattern in hindi में आपको दो कैंडलस्टिक से बनने वाले पैटर्न को देखना पड़ता है |
Types of Double Candlestick pattern in hindi | डबल कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार
डबल कैंडलस्टिक पैटर्न दो प्रकार के हो सकते हैं इसलिए हम इसे दो तरह से बाँट सकते हैं, जिसके नाम आप जानते ही होंगे |
Bullish Double Candlestick pattern
बुलिश डबल कैंडलस्टिक पैटर्न ऐसे कैंडलस्टिक पैटर्न होते हैं जो मार्केट में आने वाली तेजी की ओर इशारा करते हैं जैसे कि – बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न (Bullish Engulfing pattern), पियर्सिंग पैटर्न (Piercing Pattern), टुइज़र बाटम (Tweezer Bottom) इत्यादि |
Bearish Double Candlestick pattern
बेयरिश डबल कैंडलस्टिक पैटर्न ऐसे कैंडलस्टिक पैटर्न होते हैं जो मार्केट में आने वाली मंदी या डाउन ट्रेंड का संकेत देते हैं जैसे कि – बेयरिश एनगल्फिंग पैटर्न (Bearish Engulfing pattern), डार्क क्लाउड कवर (Dark Cloud Cover) इत्यादि |
मुख्य रूप से देखा जाए तो डबल कैंडलस्टिक पैटर्न के यही दो प्रकार होते हैं और जब बात आती है Double Candlestick pattern kitne hote hain तो उसमे हम अलग – अलग डबल कैंडलस्टिक पैटर्न को रखते हैं |
Double Candlestick pattern list
- बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न (Bullish Engulfing pattern)
- पियर्सिंग पैटर्न (Piercing Pattern)
- टुइज़र बाटम (Tweezer Bottom)
- बेयरिश एनगल्फिंग पैटर्न (Bearish Engulfing pattern)
- डार्क क्लाउड कवर (Dark Cloud Cover)
- टुइज़र टॉप (Tweezer Top)
वैसे अगर आप कोई भी स्टॉक मार्केट की किताब पढ़ेंगे तो आपको उसमे डबल कैंडलस्टिक पैटर्न बहुत मिल जाएंगे परंतु मार्केट में मुख्य रूप से 5 से 6 पैटर्न को ही फॉलो किया जाता है |
तो चलिए एक – एक कर के हम सभी Double Candlestick pattern in hindi के बारे में जानते हैं | इसके अलावा मैं आपको double candlestick pattern pdf in hindi भी प्रदान करूँगा जिसकी मदद से आप इन पैटर्न को याद रख पाएंगे |
बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न (Bullish Engulfing pattern)
आप इसके नाम से ही इस पैटर्न को समझ सकते हैं | बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न (Bullish Engulfing pattern) मार्केट में आने वाली तेजी के बारे में बताता है | वैसे हमने इसके ऊपर पूरा लेख लिखा है जिसे आप पढ़ सकते हैं |
इस पैटर्न में आपको सबसे ज्यादा ध्यान यह देना है कि इस पैटर्न के बनने से पहले का ट्रेंड डाउन ट्रेंड होना चाहिए मतलब कुछ समय पहले से स्टॉक का दाम नीचे आना चाहिए |
बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न में बनने वाला सबसे पहले दिन (D1) का कैन्डल एक लाल रंग का होता है और दूसरे दिन (D2) एक हरे रंग का कैन्डल बनता है | इसमे दूसरे दिन (D2) का कैन्डल ऐसा बनना चाहिए कि वह पहले दिन (D1) के कैन्डल को पूरा ढक ले |
इस पैटर्न में ध्यान देने वाली बात :-
- दूसरे दिन के कैन्डल का ओपनिंग प्राइस पहले दिन के क्लोज़िंग प्राइस से कम होना चाहिए |
- दूसरे दिन के कैन्डल का क्लोज़िंग प्राइस पहले दिन के ओपनिंग प्राइस से ज्यादा होना चाहिए |
जब ऊपर दिए हुए पॉइंट्स फॉलो होंगे तब हम उस पैटर्न को बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न कह सकते हैं |
बेयरिश एनगल्फिंग पैटर्न (Bearish Engulfing pattern)
बेयरिश एनगल्फिंग पैटर्न (Bearish Engulfing pattern in hindi) भी एक डबल कैंडलस्टिक पैटर्न है जो मार्केट के अपट्रेंड में ऊपर की तरफ बनता है और मार्केट में आने वाली गिरावट के बारे में बताता है |
इस डबल कैंडलस्टिक पैटर्न में पहले दिन का कैन्डल हरा होता है और दूसरे दिन का कैन्डल लाल रंग का होता है और दूसरे दिन वाला कैन्डल पहले दिन वाले कैन्डल को पूरा ढक लेता है |
बेयरिश एनगल्फिंग पैटर्न का इस्तेमाल मार्केट में शॉर्ट position बनाने के लिए किया जाता है | जब यह पैटर्न दिखता है तो आपको अपने प्रॉफिट्स को बुक करना चाहिए और शॉर्ट करना चाहिए |
पियर्सिंग पैटर्न (Piercing Pattern)
पियर्सिंग पैटर्न (Piercing Pattern) लगभग – लगभग बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न जैसा ही होता है पर पियर्सिंग पैटर्न में हल्का सा अंतर होता है |
पियर्सिंग पैटर्न में दूसरे दिन का हरा कैन्डल पहले दिन के लाल कैन्डल को पूरा न ढग कर आधा ढगता है | इसमे हरा कैन्डल लाल कैन्डल को कम से कम 50% और 100% से कम तो ढकना ही चाहिए |
मान लीजिए पहले दिन के बॉडी कैन्डल का रेंज 10 पॉइंट है तो दूसरे दिन जो हरा कैन्डल बनेगा उसका बॉडी कम से कम 5 पॉइंट या अधिक होना चाहिए पर 10 से कम भी रहना चाहिए |
डार्क क्लाउड कवर (Dark Cloud Cover)
डार्क क्लाउड कवर (dark cloud cover pattern) दिखने में हु – ब – हु Bearish Engulfing pattern की तरह होता है फर्क सिर्फ इतना होता है कि यह पहले कैन्डल को पूरा न ढक कर आधा ढकता है |
जो – जो बातें आपने पियर्सिंग पैटर्न में पढ़ी थीं ठीक वही सब बातों को आपने डार्क क्लाउड कवर (dark cloud cover candlestick pattern in hindi) पैटर्न में अप्लाइ करना है |
टुइज़र बाटम (Tweezer Bottom)
टुइज़र बाटम (Tweezer Bottom) कैंडलस्टिक पैटर्न दो कैन्डल से मिलकर बनने वाला पैटर्न है और यह पैटर्न अधिकतर डाउन ट्रेंड के बाद बनता है, इसलिए इसे रीवर्सल पैटर्न के अंतर्गत रखा गया है |
टुइज़र बाटम पैटर्न में सबसे पहले दिन का कैन्डल लाल होता है जो पिछले कुछ समय के ट्रेंड के direction में बनता है और दूसरे दिन का कैन्डल हरा बनता है |
इस पैटर्न में ध्यान देने वाली बात यही है कि पिछले दिन का bottom दूसरे दिन के bottom प्राइस के बराबर या उसी के आस पास होना चाहिए, तभी हम इस पैटर्न को टुइज़र बाटम (Tweezer Bottom candlestick pattern hindi) पैटर्न कहेंगे |
टुइज़र टॉप (Tweezer Top)
Double Candlestick pattern in hindi का यह हमारा आखिरी पैटर्न है | टुइज़र टॉप (Tweezer Top) कैंडलस्टिक पैटर्न अपट्रेंड के बाद बनने वाला पैटर्न है और यह पैटर्न मार्केट में होने वाली बिकवाली का संकेत करता है |
टुइज़र टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न में पहला कैन्डल हरा होता है और दूसरे दिन लाल रंग का कैन्डल बनता है और इन दोनों कैन्डल का हाई बराबर होता है |
टुइज़र टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न में फर्क सिर्फ इतना होता है कि यह डबल कैंडलस्टिक पैटर्न अपट्रेंड में बनता है और इसमे दूसरे दिन का हाई पहले दिन के हाई जितना होता है |
डबल कैंडलस्टिक पैटर्न को कैसे समझे ? | Double candlestick pattern ko kaise samjhe ?
डबल कैंडलस्टिक पैटर्न को समझना बहुत ही आसान है, इसके लिए आपको बस कुछ बातों का विशेष ध्यान देना होगा जैसे की – वह पैटर्न कहाँ बन रहा है, वह पैटर्न बनने के पीछे का कारण क्या है, पैटर्न क्या संकेत दे रहा है इत्यादि |
अगर आप उस पैटर्न के बनने के पीछे के कारण को समझ जाएंगे और उसके हिसाब से मार्केट को देखने लग जाएंगे जो वह पैटर्न दिखाना चाहते है तो आप उस पैटर्न को आसानी से समझ जाएंगे |
Double Candlestick pattern for bank – nifty
हमने Double Candlestick pattern in hindi के सभी पैटर्न के बारे में तो जान लिया पर किस पैटर्न को कहाँ और कैसे इस्तेमाल करना है उसके बारे में तो जाना ही नहीं |
बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग करने के लिए आप दो पैटर्न का इस्तेमाल कर सकते हैं जो बैंक – निफ्टी में बहुत अच्छे से काम करती है |
बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न और बेयरिश एनगल्फिंग पैटर्न दो ऐसे पैटर्न हैं जिसका इस्तेमाल ट्रेडर बहुत करते हैं पर आपको एक बात का ध्यान देना है यह पैटर्न जब ट्रेंडलाइन सपोर्ट के पास बने या फिर डिमांड एरिया के पास बने तब अच्छे से काम करती हैं |
एनगल्फिंग पैटर्न को ज्यादा कारगर और reliable पैटर्न माना जाता है क्यूँकी इसका success rate और accuracy बाँकी अन्य पैटर्न से ज्यादा अच्छी होती है |
Double Candlestick pattern for Intraday trading
intraday trading के लिए आप टुइज़र बाटम, टुइज़र टॉप और बुलिश और बेयरिश एनगल्फिंग पैटर्न का इस्तेमाल कर सकते हैं |
Intraday ट्रेडिंग के दौरान यह दो पैटर्न बहुत अच्छे से काम करती हैं और जब ट्रेडिंग (trending) मार्केट हो और यह पैटर्न सपोर्ट और रेसिस्टेंस के पास बन जाए तो आपको अच्छे ट्रेड मिल सकते हैं |
Double Candlestick pattern vs Chart Pattern
अगर आप डेली टाइम फ्रेम देखते हैं तो डबल कैंडलस्टिक पैटर्न को बनने में मात्र दो दिन का समय लगता है परंतु वहीं दूसरी तरफ चार्ट पैटर्न को बनने में हफ्तों भी लग सकते हैं |
वहीं जब हम रिस्क की तुलना करें तो कैंडलस्टिक पैटर्न में आपका risk to reward ratio कम होता है परंतु चार्ट पैटर्न में risk to reward ratio ज्यादा होता है |
डबल कैंडलस्टिक पैटर्न का निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने आपको डबल कैंडलस्टिक पैटर्न (Double Candlestick pattern in hindi) के सभी पैटर्न के बारे में बताया है |
इसके अलावा हमने यह भी देखा कि किस पैटर्न को आप किस तरह की ट्रेडिंग में इस्तेमाल कर सकते हैं और चार्ट पैटर्न और कैंडलस्टिक पैटर्न में ज्यादा अच्छा कौन है |
आशा करता हूँ आपको यह लेख पसंद आया होगा और अगर आपको किसी भी प्रकार की मदद चाहिए तो आप कमेन्ट कर सकते हैं |
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