आज के इस लेख में हम support and resistance in hindi के बारे में जानेंगे और देखेंगे इसकी मदद से कैसे हम स्टॉक मार्केट में पैसे कमा सकते हैं |
स्टॉक मार्केट से पैसे कमाने के बहुत तरीके हैं और support and resistance उनमे से एक तरीका है जिसका इस्तेमाल ट्रेडर अपनी ट्रेडिंग के लिए करते हैं |
ट्रेडिंग के अलावा इसे आप इनवेस्टमेंट के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं | इनवेस्टमेंट के साथ – साथ इस्तेमाल SIP में भी किया जा सकता है |
Support and resistance kya hota hai in hindi | What is support and resistance in Hindi ?
चार्ट में Support एक ऐसी जगह होती है जहाँ से स्टॉक नीचे नहीं गिरता है और resistance एक ऐसी जगह होती है जहाँ से स्टॉक ऊपर की तरफ नहीं जा पाता है |
अब ऐसा क्यूँ होता है कि स्टॉक सपोर्ट वाले जगह पर आकर नीचे नहीं जाता है | ऐसा इसलिए होता है क्यूँकी सपोर्ट एक ऐसी जगह होती है जहाँ पर लोग शेयर को खरीदने का इंतज़ार करते हैं |
वहीं दूसरी तरफ resistance एक ऐसी जगह होती है जहां पर लोग शेयर को बेचने का इंतजार करते हैं, इसलिए स्टॉक रेजिस्टेंस पर आकर ऊपर नहीं जा पाता है | अब ऐसा जरूरी नहीं है कि स्टॉक सपोर्ट पर आकर नीचे नहीं गिरेगा और रेजिस्टेंस पर पहुंच कर ऊपर नहीं जाएगा |
सपोर्ट एक ऐसी जगह होती है जहां पर स्टॉक की नीचे गिरने की गति रुक जाती है पर ऐसा नहीं है कि स्टॉक नीचे नहीं गिरता | अगर वह उस सपोर्ट को ब्रेक करता है तो स्टॉक वहां से और नीचे गिर सकता है |
तो देखा जाए तो सपोर्ट एक ऐसी जगह होती है जहाँ से स्टॉक नीचे भी जा सकता है और ऊपर भी जा सकता है | ठीक उसी प्रकार रेजिस्टेंस भी एक ऐसी जगह होती है जहां से स्टॉक ब्रेक करके ऊपर जा सकता है और वहां से नीचे भी आ सकता है पर उसके लिए आपको confirmation का इंतज़ार करना है |
आशा करता हूं आपको support and resistance in hindi समझ में आ गया होगा | अगर फिर भी इसमें से आपको कुछ समझ में नहीं आया है तो उसे आप नीचे कमेंट में पूछ सकते हैं |
सपोर्ट और रेजिस्टेंस के प्रकार | Types of support and resistance in hindi
1. लेटा हुआ सपोर्ट (Horizontal support)
2. तिरछा सपोर्ट (inclined support)
3. psychological सपोर्ट
देखा जाए तो सपोर्ट और रेजिस्टेंस दो प्रकार के हो सकते हैं एक सीधा या लेटा हुआ सपोर्ट (horizontal) और दूसरा तिरछा सपोर्ट (inclined सपोर्ट, जिसे ट्रेंड लाइन की मदद से बनाते हैं)
Horizontal सपोर्ट और रेजिस्टेंस एक ऐसी जगह होती है जहां पर स्टॉक एक ही प्राइस पर आकर ऊपर या फिर नीचे जाता है परंतु तिरछा सपोर्ट और रेजिस्टेंस में ऐसा नहीं होता है |
तिरछा सपोर्ट और रेजिस्टेंस में स्टॉक का प्राइस एक HH (Higher High) ट्रेंड और लोअर लो (Lower Low) ट्रेंड में होता है |
जब स्टॉक uptrend में होता है तो उसका सपोर्ट ऊपर की तरफ होता है और सपोर्ट का प्राइस उसके पिछले वाले सपोर्ट के प्राइस से ज्यादा रहता है |
परंतु जब स्टॉक downtrend में होता है तो उसका रेजिस्टेंस नीचे की तरफ होता है और ऐसे में रजिस्टेंस का प्राइस उसके पिछले वाले रेजिस्टेंस से कम रहता है |
ऐसा कहते हैं कि राउंड नंबर जैसे की 50, 100, 200, 400, 500,1000 इत्यादि अंको पर स्टॉक जाकर सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेता है इसी को psychological सपोर्ट कहते हैं | चलिए अब हम सीखते हैं support and resistance in hindi को कैसे निकाला जाता है |
सपोर्ट और रजिस्टेंस कैसे निकाले | Support and Resistance kaise nikale
किसी भी स्टॉक का सपोर्ट निकालने के लिए आपको ऐसा प्राइस खोजना है जहां पर स्टॉक जाकर कम से कम दो बार वहाँ से ऊपर गया हो |
वहीं दूसरी तरफ जब आपको किसी भी स्टॉक का रेजिस्टेंस नीकालना हो तो आपको एक ऐसा प्राइस खोजना है कि जहां से स्टॉक कम से कम दो बार उस प्राइस को छूकर नीचे आया हो |
ट्रेडर दो अलग-अलग तरीके से सपोर्ट और रेजिस्टेंस को निकालते हैं कुछ ट्रेडर ऐसे होते हैं जो बॉडी का इस्तेमाल करके सपोर्ट और रेजिस्टेंस निकलते हैं वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसा ट्रेडर होते है जो शैडो का इस्तेमाल करके सपोर्ट और रेजिस्टेंस निकालते हैं |
आप इन दोनों में से कोई भी तरीके का इस्तेमाल करके support and resistance in hindi को निकाल सकते हैं और ट्रेडिंग या फिर निवेश कर सकते हैं |
आपको एक बात का ध्यान रखना होगा कि जब आप बॉडी का इस्तेमाल करके सपोर्ट और रेजिस्टेंस निकलते हैं और ट्रेड लेते हैं तो उसमें आपको कभी-कभी गलत सिग्नल भी मिल सकते हैं
दूसरी तरफ जब आप शैडो का इस्तेमाल करेंगे और उस हिसाब से ट्रेडिंग और निवेश करना चाहेंगे तो ऐसा हो सकता है कि आपको बहुत कम मौके मिले क्योंकि वह अपने उस प्राइस पर न आए और हल्का ऊपर से ही सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेकर चला जाए |
इन दोनों तरीके के अपने-अपने फायदे और नुकसान हो सकते हैं तो आप अपनी सहूलियत के अनुसार ट्रेडिंग और निवेश का निर्णय ले सकते हैं |
सपोर्ट और रेजिस्टेंस की किताब support and resistance book in hindi
सपोर्ट और रेजिस्टेंस को सीखने के लिए आप टेक्निकल एनालिसिस और कैंडल स्टिक की पहचान वाली किताब को पढ़ सकते हैं |
अगर हिन्दी किताब की बात की जाए तो support and resistance in hindi को सीखने के लिए आपके पास ज्यादा ऑप्शन उपलब्ध नहीं हैं |
सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्यों काम करता है | why does support and resistance work
जैसा कि मैंने आपको पहले बताया कि सपोर्ट एक ऐसी जगह होती है जहां पर बहुत सारे लोग उस स्टॉक को खरीदने के लिए इच्छुक होते हैं, जिसके कारण स्टॉक ऊपर जाता है |
इसे समझने के लिए हम एक उदाहरण ले सकते हैं मान लीजिए दुकानदार है जो एक सामान बेच रहा है और उसने उस समान की कीमत ₹20 रखी है | जब उसने बेचना शुरू किया तो कम से कम 100 लोगों ने उस सामान को खरीदा |
दुकानदार ने बहुत लोगों को इसे बेच दिया तो अब उसने सोचा कि क्यों न इस सामान की कीमत बढ़ा दी जाए तो उसने ₹20 से इस सामान की कीमत ₹40 कर दी | ऐसे में उसे खरीदने के लिए मात्र 50 लोग ही आए |
जिन 50 लोगों ने पहले ₹20 में खरीदा था उन्हें ₹40 महंगे लगने लगे और वह खरीदने के लिए नहीं आए परंतु वही कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्हें ₹40 कीमत सही लग रही थी और वह लोग इसे खरीदने के लिए आ गए
जब दुकानदार ने देखा कि उसकी बिक्री कम हो रही है तो उसने उस समान की कीमत फिर से ₹20 रख दी तो इस बार इसे खरीदने के लिए 200 लोग आ गए |
ठीक यही चीज स्टॉक मार्केट में होती है जब कोई शेयर ₹20 का बिक रहा था तो उसे खरीदने के लिए बहुत सारे लोग थे परंतु जब वो ₹40 का हुआ तो जिन 100 लोगों ने ₹20 में खरीदा था उनमें से 50 लोगों ने इसे बेच दिया और दूसरे 50 लोगों ने उसे खरीद लिया |
परंतु वही जब यह शेयर फिर से ₹20 के पास आया तो लोगों को लगा कि यह अपने सही दाम पर आ गया है और इसे फिर से खरीदा जा सकता है तो इसलिए इस बार इसे 200 लोगों ने से खरीदा |
जब भी स्टॉक अपने सही दाम पर आता है तो उसे खरीदने वाले लोग बहुत ज्यादा हो जाते हैं जिसके कारण स्टॉक ऊपर जाता है और जब स्टॉक काफी महंगा हो जाता है तो उसे बेचने वालों की तादाद ज्यादा हो जाती है जिसके कारण स्टॉक नीचे गिरने लगता है |
यही एकमात्र कारण है जिसके कारण सपोर्ट और रेजिस्टेंस बहुत अच्छे से काम करता है | आशा करता हूं आपको support and resistance in hindi समझ आ रहा होगा और पढ़ने में भी मजा आ रहा होगा |
Support and Resistance in hindi PDF Download
आशा करता हूँ आपको अभी तक हमारा Support and Resistance in hindi वाला लेख पढ़ने में आनंद आ रहा होगा | हमने इसका pdf/ebook भी बनाया जिसे आप डाउनलोड कर सकते हैं |
सपोर्ट रेजिस्टेंस और डिमांड सप्लाई में अंतर | support and resistance vs demand and supply
Support and Resistance in hindi में अब हम सपोर्ट रेजिस्टेंस और डिमांड सप्लाई के अंतर को समझने का प्रयास करेंगे |
वैसे देखा जाए तो सपोर्ट – रेजिस्टेंस और डिमांड – सप्लाई में बहुत अंतर होता है मगर फिर भी कुछ लोग इन दोनों को एक ही तरह से इस्तेमाल करते हैं |
सपोर्ट और रेजिस्टेंस में आपको सिर्फ एक लाइन खींचती होती है और जब शेर उसे प्राइस पर आता है तो उसे खरीदना और बेचना रहता है परंतु Demand and supply trading में ऐसा नहीं होता है |
डिमांड और सप्लाई ट्रेडिंग में आपको 6 तरह के कैंडलेस्टिक पैटर्न फॉर्मेशन (3 बुलिश के लिए और 3 बेरिश के लिए ) को समझना और याद रखना पड़ता है | मैंने अपने Demand and supply trading in hindi में इसके ऊपर लिखा है जिसे आप पढ़ सकते हैं |
Support and Resistance trading strategy
support and resistance in hindi में अब हम ट्रेडिंग स्ट्रैटिजी के बारे में जानेंगे और देखेंगे की कैसे हम सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर ट्रेडिंग और निवेश कर सकते हैं |
ऐसे दो तरीके हैं जिसकी मदद से आप सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर ट्रेड ले सकते हैं | सबसे पहला तरीका है अगर स्टॉक अपने सपोर्ट और रेजिस्टेंस को तोड़ता है तो वहां पर आप ट्रेड ले सकते हैं |
दूसरे तरीके में आपको सपोर्ट और रेजिस्टेंस के पास महत्वपूर्ण कैंडलस्टिक पैटर्न के बनने का इंतजार करने देना है तब जाकर आपको ट्रेड लेना है |
इसे अगर उदाहरण से समझे तो सपोर्ट के पास अगर कोई बुलिश कैंडलेस्टिक पेटर्न बनता है जैसे कि hammer candlestick pattern, bullish engulfing, बुलिश हरामी, morning star इत्यादि तब आपको बुलिश ट्रेड या फिर निवेश का निर्णय लेना चाहिए |
रेजिस्टेंस के पास अगर कोई बेयरिश कैंडलेस्टिक पेटर्न बनता है जैसे कि शूटिंग स्टार, hanging man, bearish engulfing, evening star इत्यादि तो आप वहाँ शॉर्ट ट्रेड ले सकते हैं या अपने निवेश को बेच सकते हैं |
सपोर्ट और रजिस्टेंस का सबसे अच्छा टाइम फ्रेम कौन सा है support and resistance best timeframe
support and resistance in hindi में अब हम उस टाइमफ्रेम के बारे में जानेंगे जो सपोर्ट और रेजिस्टेंस ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा काम करता है |
अलग-अलग टाइम फ्रेम पर सपोर्ट और रेजिस्टेंस अलग तरीके से काम करता है | अगर टाइम फ्रेम कम है तो उसमें आपको बहुत जल्दी-जल्दी ट्रेड मिल सकते हैं और वही दूसरी तरफ टाइम फ्रेम ज्यादा है तो बहुत कम ट्रेड मिलेंगे |
पर यहां पर बात सबसे अच्छे टाइम फ्रेम की हो रही है तो मैंने देखा है डेली टाइम फ्रेम और वीकली टाइम फ्रेम पर सपोर्ट और रेजिस्टेंस बहुत अच्छे से काम करता है और अच्छे परिणाम देता है |
Support and Resistance rules in hindi
अगर आप support and resistance in hindi की मदद से ट्रेडिंग और निवेश करना चाहते हैं तो आपको इन निम्नलिखित नियमों को फॉलो करना होगा |
- जब भी स्टॉक सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर आता है तो आपको तुरंत उसे खरीदना और बेचना नहीं है |
- जब भी स्टॉक सपोर्ट और रेजिस्टेंस के पास आता है तो वहां पर उसको कैंडलेस्टिक पैटर्न बनाने का इंतजार करने देना है या फिर उस लेवल को ब्रेक करने का इंतजार करना है |
- कभी-कभी सपोर्ट और रेजिस्टेंस ब्रेक होने के बाद भी स्टॉक ऊपर और नीचे नहीं जाता है इसलिए आपको follow up का इंतजार करना है तब ट्रेड लेना है |
Support and Resistance accuracy
अगर बात करें support and resistance in hindi के accuracy की तो हायर टाइम फ्रेम (जैसे कि डेली और वीकली) पर इसकी एक्यूरेसी 60% से 70% हो सकती है |
Support and Resistance in hindi का निष्कर्ष
हमने आज के इस लेख में सपोर्ट और रेसिस्टेंस के बारे में पूरे तरीके से जाना जैसे की Support and Resistance in hindi क्यूँ काम करता है, Support and Resistance in hindi के क्या – क्या नियम हैं, इसकी कितनी ऐक्यरसी है इत्यादि |
इसके अलावा हमने यह भी देखा कि इस हम ट्रेडिंग और इनवेस्टमेंट में कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं, इसे कैसे बनाया जाता है इत्यादि |
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Support and Resistance in hindi FAQ
सपोर्ट और रेसिस्टेंस से क्या पता चलता है ?
Support and Resistance in hindi एक ऐसी जगह होती है जहाँ से स्टॉक की नीचे और ऊपर जाने की गति कम हो जाती है |
क्या सपोर्ट और रेसिस्टेंस इनवेस्टमेंट कर सकते हैं ?
हाँ, आप वीकली और monthly टाइम फ्रेम के सपोर्ट और रेसिस्टेंस से इनवेस्टमेंट कर सकते हैं |
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