आज के इस लेख में आप एक बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न जोकि – Dark Cloud Cover Candlestick Pattern in Hindi के बारे में जानेंगे |
Dark Cloud Cover Candlestick Pattern की बात जाता नहीं होती है, इसलिए इसके बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है |
परंतु जब आप डार्क क्लाउड कवर कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में किताब में पढ़ेंगे तो इसके बारे में बहुत जानकारी मिलेगी |
मैंने कैंडलस्टिक पैटर्न पर बहुत किताबें पढ़ी हैं और उन सभी किताब की जानकारी आज मैं आपको इस लेख में प्रदान करने जा रहा हूँ | हो सके तो इस लेख को ध्यान से पढ़िएगा |
Dark Cloud Cover Candlestick Pattern meaning in hindi
Dark Cloud Cover pattern in hindi एक बेयरिश रीवर्सल पैटर्न है जो अपट्रेंड के खतम होने का संकेत देता है और डाउनट्रेंड की शुरू होने के बारे में बताता है |
डार्क क्लाउड कवर एक डबल कैंडलस्टिक पैटर्न है जिसमे पहली कैंडल हरे रंग की बुलिश कैंडल होती है और दूसरी कैंडल लाल रंग की बेयरिश कैंडल होती है |
Dark Cloud Cover candlestick Pattern in hindi कैसा दिखता है ?
अगर आप Dark Cloud Cover Candlestick chart Pattern को देखें तो इसे आप आसानी से पहचान सकते हैं |
इसमे पहले दिन की कैंडल हरे रंग की होती है और दूसरे दिन की कैंडल लाल रंग की बनती है परंतु इसमे एक खास बात है – दूसरे दिन जो लाल रंग की कैंडल बनती है वह गैप – अप होकर बनती है |
इस पैटर्न में ध्यान देने वाली बात यह है कि दूसरे दिन की कैंडल कम से कम 50% या इससे ज्यादा पहले दिन की कैंडल को ढकनी (cover) चाहिए, तभी इस पैटर्न को हम Dark Cloud Cover Candlestick Pattern in hindi कहेंगे |
अगर कोई भी लाल कैंडल गैप – अप होकर नीचे बंद होती है तो यह एक बेयरिश साइन होता है और अगर कोई भी हरी कैंडल गैप – डाउन होकर बनती है तो यह एक बुलिश साइन होता है |
डार्क क्लाउड कवर पैटर्न से क्या पता चलता है ?
अगर आपको डार्क क्लाउड कवर चार्ट पर बनता हुआ दिखाई देता है तो इससे यह पता चलता है कि मार्केट में अब बिकवाली या सेलिंग हो सकती है |
जब यह पैटर्न आपको चार्ट पर बनता हुआ दिखता है और वह भी एक मजबूत अपट्रेंड के बाद तो आप यह समझ जाईएगा कि अब वहाँ से सेलिंग हो सकती है |
डार्क क्लाउड कवर पैटर्न दिखने पर क्या करना चाहिए ?
अगर आप निवेशक हैं या आप स्विंग ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आप इस पैटर्न को देखने के बाद अपना प्रॉफ़िट बुक कर सकते हैं |
अगर आप ट्रेडर हैं और आपको Dark Cloud Cover Candlestick Pattern in hindi चार्ट पर दिखता है तो उसके बाद आप मार्केट को short कर सकते हैं |
डार्क क्लाउड कवर पैटर्न की महत्वपूर्ण बातें –
- डार्क क्लाउड कवर 2 कैंडल से मिलकर बनने वाल पैटर्न है | इसलिए यह डबल कैंडलस्टिक पैटर्न के अंतर्गत आता है |
- इसमे पहली कैंडल हरे रंग की होती है और दूसरी कैंडल लाल रंग की होती है |
- यह पैटर्न अधिकतर अपट्रेंड के बाद बनता है |
- अगर यह पैटर्न डाउन ट्रेंड के बाद दिखता आई तो उतना कारगर नहीं होता है |
डार्क क्लाउड कवर (Dark Cloud Cover Pattern) कब और कहाँ बनता है ?
यह पैटर्न आपको अपट्रेंड के बाद बनता हुआ दिखाई देता है और अगर यह पैटर्न आपको 6 से 7 बुलिश कैंडल के बाद बनता हुआ दिखाई देता है तब यह ज्यादा अच्छे से काम करता है |
अगर यह पैटर्न आपको किसी रेसिस्टेंस या सप्लाइ ज़ोन के पास बनते हुए दिखाई देता है तो इस पैटर्न के कामयाब होने की संभावनयें बहुत बढ़ जाती हैं |
इसके अलावा अगर कोई शेयर डाउन ट्रेंड में है और Dark Cloud Cover Candlestick Pattern in hindi retracement के दौरान बनता हुआ दिखाई देता है तब भी यह कारगर साबित होता है |
अगर आपको सपोर्ट – रेसिस्टेंस एवं डिमांड – सप्लाइ के बारे में नहीं पता है तो आप हमारा इस पर लिखा हुआ लेख पढ़ सकते हैं |
Opposite of Dark Cloud Cover Candlestick Pattern
अगर आप सभी कैंडलस्टिक पैटर्न को गौर से देखेंगे तो हर पैटर्न का एक opposite candlestick pattern है जैसे कि –
- हैमर का उल्टा शूटिंग स्टार
- Bullish Engulfing का उल्टा bearish engulfing
- बुलिश हरामि का उल्टा बेयरिश हरामि
ठीक इसी प्रकार Piercing line and Dark Cloud Cover एक दूसरे के उल्टे पैटर्न है | Piercing पैटर्न जहाँ बुलिश पैटर्न है वहीं डार्क क्लाउड कवर एक बेयरिश पैटर्न है |
Piercing Pattern and Dark Cloud Cover Pattern in hindi में क्या अंतर है ?
Piercing Pattern in hindi | Dark Cloud Cover Candlestick Pattern in hindi |
यह एक बुलिश रीवर्सल पैटर्न है | यह बेयरिश रीवर्सल पैटर्न है |
इसमे पहली कैंडल लाल और दूसरी हरी होती है | इसमे पहली कैंडल हरी और दूसरी लाल होती है |
यह डाउन ट्रेंड के बाद बनता है | यह अपट्रेंड के बाद बनता है |
यह मार्केट में आने वाली तेजी का इशारा करती है | यह मार्केट में आने वाली मंदी का संकेत देती है |
Dark Cloud Cover Pattern Trading Strategy
इस वाले खंड में हम आपको Dark Cloud Cover Candlestick Pattern in hindi की एंट्री, स्टॉप – लॉस और टारगेट के बारे में बताएंगे तो इसे ध्यान से पढ़िएगा |
Dark Cloud Cover Pattern entry in hindi
आप अपने रिस्क के अनुसार इसमे अपनी एंट्री बना सकते हैं | अगर आप रिस्की ट्रेडर हैं तो पैटर्न बनने के अगले दिन इसमे अपनी एंट्री कर सकते हैं |
परंतु अगर आप सुरक्षित एंट्री करना चाहते हो तो आप पैटर्न के कान्फर्मैशन के इंतज़ार कर सकते हैं |
अगर आप रिस्की ट्रेडर हैं तो जैसे ही लाल कैंडल का लो टूटता आप एंट्री कर सकते हैं पर यदि आप safe ट्रेडर हैं तो आप कैंडल के लो टूटने का इंतज़ार कर सकते हैं और लो टूटने के अगले दिन अपनी एंट्री कर सकते हैं |
Dark Cloud Cover pattern में स्टॉप – लॉस कहाँ लगाएं ?
डार्क क्लाउड कवर पैटर्न में स्टॉप – लॉस के लिए आप लाल कैंडल के हाई का स्टॉप – लॉस लगा सकते हैं |
Dark Cloud Cover Pattern में कितना टारगेट लगा सकते हैं ?
टारगेट आप अपने रिस्क – रिवार्ड के अनुसार रख सकते हैं | अगर आपको 1:1 का टारगेट नहीं मिल रहा है तो आपको ट्रेड नहीं करना चाहिए |
अगर आपका टारगेट मिल गया है और आपको ज्यादा प्रतिशत रिटर्न चाहिए तो आप अपने टारगेट मिलने पर 50% बेच दीजिए और जो बच हुआ है उसे 9 ema या 10 ema का इस्तेमाल कर के ट्रैल करते जाइए |
अगर आप इस तरीके से ट्रेडिंग करेंगे तो आपको जरूरत से ज्यादा का टारगेट भी मिल सकता है या आप चाहे तो स्विंग लो का टारगेट भी लगा सकते हैं |
अगर आपको नहीं पता है कि स्विंग लो क्या होता है तो मैं आपको चित्र प्रदान कर रहा हूँ जिसे देख कर आप स्विंग लो के बारे मे समझ सकते हैं |