स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें | Swing Trading Kaise Kare

आप स्विंग ट्रेडिंग करना चाहते हैं परंतु आपको नहीं पता है कि स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें (swing trading kaise kare) तो आज आप यह लेख पढ़कर स्विंग ट्रेडिंग कैसे की जाती है सीख जाएंगे | 

वैसे तो स्विंग ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान है परंतु इसे करने के लिए जिन भी चीजों की आवश्यकता पड़ती है, वह बहुत लोगों को नहीं पता होती है जैसे कि – सब्र ( सबसे महत्वपूर्ण), स्ट्रैटिजी, स्टॉक चुनना इत्यादि | 

आज इस लेख में मैं आपको इन्ही चीजों के बारे में बताऊँगा जिससे आप भी स्विंग ट्रेडिंग कर के पैसे कमा सकते हैं | तो चलिए अब हम swing trading kaise kare के हर एक प्रोसेस को जान लेते हैं | 

स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें ? | Swing Trading Kaise Kare

अगर आप स्विंग ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले स्विंग ट्रेडिंग वाला माइन्ड्सेट बनाना पड़ेगा, तभी आप स्विंग ट्रेडिंग अच्छे से कर पाएंगे | 

स्विंग ट्रेडिंग के लिए माइन्ड्सेट कैसे बनाए?

जैसा कि आप जानते हैं स्विंग ट्रेडिंग में हमे अपने स्टॉक को कम से कम 7, 10, 15 दिन या उससे ज़्यादा दिन के लिए भी रखना पड़ता है | इतने दिन का सब्र भी हमे नहीं होता है क्यूंकी हमे तो 1- 2 दिन में ही पैसे को डबल करना रहता है वह भी ऑप्शन ट्रेडिंग एवं इंट्राडे ट्रेडिंग कर के | 

तो सवाल अब यह आता है कि स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए अपने माइंडसेट को कैसे बनाएं ?

माइंडसेट  बनाने के दो ही तरीके हैं –

  1. सबसे पहला आप उस स्टॉक से तभी निकलेंगे जब आपका टारगेट आएगा | 
  2. दूसरा आप उसे स्टॉक से तभी निकलेंगे जब आपका स्टॉपलॉस हिट होगा | 

जब भी आप किसी स्टॉक में अपनी एंट्री बनाए तो उसका एक स्टॉपलॉस और टारगेट पहले से निर्धारित करके रखें | |  जब आपका उस स्टॉक में टारगेट आए या फिर आपका स्टॉपलॉस हो तभी आपको उससे निकलना है | 

जब आप ऐसा करने लग जाएंगे तो आपका इससे स्विंग ट्रेडिंग वाला माइंडसेट बनेगा और आपको यह भी पता लग जाएगा कि जो भी ट्रेड लेते हैं उसमें से आपको कितने में प्रॉफिट होता है और कितने में आपका स्टॉपलॉस होता है | 

यह सब चीजें आपको यह जानने में मदद करेंगी कि स्विंग ट्रेडिंग में आपका सफलता दर ( सक्सेस रेट)  क्या है? |  इसके अलावा इससे आप यह भी जान पाएंगे की स्विंग ट्रेडिंग आप कर सकते हैं या नहीं | 

 जब भी आप ऊपर दिए हुए दोनों पॉइंट को फॉलो करने लग जाओगे तो इससे यह होगा कि आपको ट्रेड में रुकना आ जाएगा या यूँ कहूँ तो आपका सब्र (patience) बनने लग जाएगा | 

स्विंग ट्रेडिंग में यही सबसे महत्वपूर्ण होता है और वह है इंतजार करना  क्योंकि हम ऐसे बने हैं कि हम इंतजार कर ही नहीं सकते हैं हमें जो भी चाहिए तुरंत चाहिए होता है खास तौर पर शेयर मार्केट में | यह आपको स्विंग ट्रेडिंग में तो मदद करेगी ही पर उसके साथ-साथ यह आपको आपके निजी जीवन में भी बहुत तरह से सहायता कर सकती है | 

कभी-कभी ऐसा होता है कि आपने किसी स्टॉक में अपनी एंट्री बनाई है और वह स्टॉक तीन-चार-पांच दिन के लिए एक ही जगह पर अटका हुआ है और वहां से हिल ही नहीं रहा है | 

तो ऐसे में आपका सब्र जवाब देने लग जाता है और आप सोचते हैं कि इससे निकलकर किसी दूसरे स्टॉक में एंट्री बना लेते हैं  और जब आप उससे निकलते हैं तो वह स्टॉक ऊपर चला जाता है, इसलिए मैं आपको यह कहना चाहूंगा कि अगर आपको अपनी एनालिसिस पर भरोसा है तो आपको उसे स्टॉक में इंतजार करना चाहिए | 

ऐसा मेरे साथ कई बार हुआ है इसलिए अब मैं या तो स्टॉप लॉस होने का इंतजार करता हूं या अपने टारगेट आने का इंतजार करता हूं | 

मैं आपको वही चीज बता रहा हूं जो मैंने अपने स्विंग ट्रेडिंग में फेस किया है ताकि वह आपको फेस न करना पड़े और यह सबसे महत्वपूर्ण चीज है | अगर आप इसे बना लेते हैं तो आप कोई भी ट्रेडिंग हो उसमें सफल हो सकते हैं | 

आशा करता हूं आपको स्विंग ट्रेडिंग के लिए माइंडसेट कैसे बनाएं अच्छे से समझ में आ गया होगा अगर आप इसे फॉलो करेंगे तो आपको इससे काफी फायदा हो सकता है | 

स्विम ट्रेडिंग स्टॉक की वॉच लिस्ट होना

swing trading kaise kare का यह दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट है |  जब तक आपके पास स्टॉक की वॉच लिस्ट नहीं होगी जिसमें कि आप टेक्निकल ऐनालीसिस कर सकें तब तक आप अच्छे से स्विंग ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे | 

इसके लिए आपको ऐसे स्टॉक की वॉच लिस्ट बनानी पड़ेगी जिसमें की आप ट्रेडिंग कर सकें | यह स्टॉक आप शेयर मार्केट में मौजूद जो भी अच्छी कंपनियां है उसकी बन सकते हैं |

आप चाहे तो लार्ज कैप और मिड कैप कंपनी के स्टॉक को अपनी वॉइस लिस्ट में जोड़ सकते हैं और उसमें महत्वपूर्ण सपोर्ट – रेजिस्टेंस लेवल बना कर रख सकते हैं और और जब आपका  लेवल आ जाए तो फिर उसमें आप खरीद बिक्री कर सकते हैं | 

एक बार जब आप उसमें समय देकर उसके महत्वपूर्ण सपोर्ट – रेजिस्टेंस और ट्रेंडलाइन सब बना लेंगे तो उसके बाद फिर आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी फिर सिर्फ आपको रोज उसका चार्ट देखना रहेगा | 

इसके अलावा अगर आपको तुरंत ऐसे स्टॉक चाहिए जिसमें क्या ऑप्शन ट्रेडिंग कर सके तो उसके लिए आप हमारा स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने वाला लेख पढ़ सकते हैं | 

इस वाले लेख में मैंने आपको ऐसे दो से तीन तरीकों के बारे में बताया हुआ है जिसकी मदद से आप स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक को चुन सकते हैं |  यहां पर मैं आपको उन सभी तरीकों के बारे में थोड़ा – थोड़ा  शब्दों में बता देता हूं | 

सबसे पहले आपको ऐसे स्टॉक को चुनना है जो अपने 52 week के पास में हों |  इसके लिए आप stockedge  का सहारा ले सकते हैं |  यहां पर आपको उन सभी स्टॉक की सूची मिल जाएगी जो अपने 52 वीक के पास में होंगे या जो अपने 52 वीक में आने वाले होंगे | 

इसके अलावा स्विंग स्टॉक ढूंढने का एक और तरीका है जिसमे कि आपको 200 – डे एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज की जरूरत पड़ेगी |  आपको ऐसे स्टॉक को खोजना है जो अपने 200 डे ema के ऊपर हों  क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि जो शेयर  200 डे ema के ऊपर होते हैं वह स्टॉक का ट्रेंड अपट्रेंड होता है और आपको ऐसे ही स्टॉक में स्विंग ट्रेडिंग करनी चाहिए | 

swing trading kaise kare

स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रैटिजी का होना

वैसे तो स्विंग ट्रेडिंग की बहुत सारी स्ट्रेटजी है पर सभी स्ट्रेटजी आपके लिए काम करें यह जरूरी तो नहीं है इसलिए आपको अपने लिए एक ऐसी स्ट्रेटजी को चुनना है जिसे आप आसानी से फॉलो कर सकें | 

अगर आप खोज रहे हैं कि स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें और आपके पास ऐसी कोई स्ट्रेटजी नहीं है  जिसकी मदद से आप स्विंग ट्रेडिंग कर सके तो आपका यह सफर अधूरा रह सकता है | 

वैसे मैंने अपने एक लेख में swing trading strategy in hindi के ऊपर बात किया है, आप चाहे तो वहाँ से अपने लिए कोई एक स्ट्रेटजी को चुन सकते हैं और उसे फॉलो कर सकते हैं परंतु अगर आपके पास अपनी खुद की एक स्ट्रैटिजी है जिसे आपको करने में मजा आता है और उसे आप आसानी से फॉलो कर सकते हैं तो आप अपनी उसी स्ट्रेटजी के साथ बने रहे | 

अगर आपको स्ट्रैटिजी नहीं मिल रही है तो आप यूट्यूब पर भी खोज सकते हैं और जो स्ट्रेटजी आपको समझ में आती हो और जिसे आप आसानी से फॉलो कर सकते हैं आप उस स्ट्रेटजी को चुन लीजिए और उसी के साथ बने रहिए | 

स्ट्रेटजी तो एक बहुत ही छोटा पहलू है स्ट्रेटजी के अलावा जो सबसे ज्यादा महत्व रखता है वह है आपका मनी मैनेजमेंट और रिस्क मैनेजमेंट जिसमें आप अपने पैसे और रिस्क को मैनेज करते हैं | 

स्विंग ट्रेडिंग में मनी मैनेजमेंट एवं रिस्क  मैनेजमेंट कैसे करें?

मनी मैनेजमेंट और रिस्क मैनेजमेंट दोनों साथ-साथ चलती है |  आप अपने पूरे कैपिटल का कितना पैसा एक ट्रेड पर लगाए हो, उससे आपका मनी मैनेजमेंट निर्धारित होता है और आपने उस लगाए हुए पैसे पर कितने का रिस्क लिया है इससे आपका रिस्क मैनेजमेंट होता है | 

आपको यह ऐसे तो नहीं समझ में आया होगा इसलिए चलिए मैं आपको इसे एक उदाहरण के साथ समझता हूँ | 

 मान लीजिए आपके पास ₹1,00,000 है और आपने  उस 1 लाख में से 10,000 रुपए का कोई एक ट्रेड लिया है और इस ₹10,000 में भी आपने सिर्फ ₹2,000 से 3,000 का रिस्क रखा हुआ है | 

इसमे जो आपने 1 लाख में से 10000 का ट्रेड लिया यह आपका मनी मैनिज्मन्ट कहलाएगा और उस 10000 पर भी जो 2000 रुपए का स्टॉप – लॉस है वह आपका रिस्क मैनिज्मन्ट कहलाएगा | 

मनी मैनिज्मन्ट आपको ऐसे ही करना चाहिए – आपको अपने कुल कैपिटल को 10 भाग में बाँट देना चाहिए और उस 10 भाग को एक – एक कर के ट्रेड लेना चाहिए और उस 10000 में से भी आपको 2 से 3 हजार का ही रिस्क लेना चाहिए | 

Swing trading kaise kare निष्कर्ष 

मैंने आपको इस लेख में swing trading kaise kare से संबंधित सभी जानकारियों के बारे में बता दिया है जैसे कि – स्विंग ट्रेडिंग माइन्ड्सेट, मनी मैनिज्मन्ट एवं रिस्क मैनिज्मन्ट | 

अगर आप सिर्फ यही 3 चीजों को ठीक से फॉलो करेंगे तो आपको स्विंग ट्रेडिंग में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है न सिर्फ स्विंग ट्रेडिंग में इससे आप हर तरह की ट्रेडिंग में सफल हो सकते हैं | 

मेरा नाम कौशल कुमार है और मैं इस वेबसाईट bharatinvestingerabykaushal का संस्थापक हूँ | मैं इस वेबसाईट के माध्यम से आप सभी को शेयर मार्केट की बारीक जानकारियों को बताना चाहता हूँ जिससे आप भी शेयर मार्केट से पैसे कमा सकें | मैं शेयर मार्केट में काफी समय से काम कर रहा हूँ और मेरा उद्देश है कि अपने अनुभव को आप तक पहुंचा सकूँ |

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