Smallcap stocks की ऐनालीसिस कैसे करें, how to do analysis of smallcap stocks in Hindi? Smallcap stocks analysis in Hindi, nifty smallcap stocks list
आज के इस लेख में हम उन पैरामीटर के बारे में जानेंगे जिससे कि हम स्मॉल कैप स्टॉक्स की एनालिसिस कैसे करें इसके बारे में सीख सके |
स्मॉल कैप स्टॉक्स बहुत ही कम मार्केट कैप वाले स्टॉक होते हैं जिनमें निवेश करना बहुत ही जोखिम भरा हो सकता है इसलिए इसमें उन्हें ही निवेश करना चाहिए जो इसके रिस्क से वाकिफ हो |
स्मॉल कैप स्टॉक्स में निवेश आपको बहुत अच्छा रिटर्न देने की क्षमता रखता है पर इसके साथ-साथ आपके पैसे डूबने का भी खतरा रहता है |
आपका पैसा न दुबे इसलिए आज हम उन सभी पैरामीटर के बारे में सीखेंगे जिससे कि हम एक अच्छा स्मॉल कैप स्टॉक ढूंढ सके और उसमें निवेश करके अच्छा मुनाफा कमा सकें |
स्मॉल कैप स्टॉक्स क्या होते हैं | What are smallcap stocks in hindi ?
जिन स्टॉक्स का मार्केट कैप 500 करोड़ से कम होता है ऐसे स्टॉक को हम स्मॉल कैप स्टॉक की सूची में रखते हैं और इन्हें स्मॉल कैप स्टॉक्स कहा जाता है |
स्मॉल कैप स्टॉक्स को हम 5 से 7 साल का बच्चा समझ सकते हैं ऐसा मैं इसलिए बोल रहा हूं क्योंकि जिस तरह 5 से 7 साल के बच्चे में बढ़ने की संभावनाएं बहुत अधिक होती है ठीक उसी प्रकार स्मॉल कैप स्टॉक्स में भी बढ़ने की संभावना बहुत ज्यादा होती हैं |
आशा करता हूं आपको यह उदाहरण से स्मॉल कैप स्टॉक्स क्या होते हैं यह समझ में आ गया होगा तो चलिए अब जानते हैं स्मॉल कैप स्टॉक्स की एनालिसिस कैसे करें (smallcap stocks analysis in hindi) |
Smallcap stocks की ऐनालीसिस कैसे करें (smallcap stocks analysis in hindi)
Smallcap stocks की ऐनालीसिस हम दो पैरामीटर के आधार पर करेंगे :-
- सबसे पहला पैरामीटर है क्या उस स्मॉल कैप स्टॉक में growth की संभावना है या नहीं
- दूसरा पैरामीटर है क्या वह स्टॉक अभी undervalue है या नही
हम इन दोनों पैरामीटर के आधार पर आज स्मॉल कैप स्टॉक की एनालिसिस करना सीखेंगे तो चलिए अब जानते हैं हमने इन्हीं दोनों पैरामीटर को क्यों चुना है |
हमने स्मॉल कैप स्टॉक को क्यों चुना है ताकि हम उससे ज्यादा मुनाफा कमा सके हम उससे ज्यादा मुनाफा तभी कमा सकेंगे जब उसमें growth की संभावनाएं होगी इसलिए हमने ग्रोथ वाले पैरामीटर को चुना है |
अगर हमें ऐसा स्टॉक मिल गया जिसमें ग्रंथ की संभावनाएं हैं तो अब हमें यह देखना है कि क्या वह undervalue है या overvalue है |
अगर हमने ओवर वैल्यू वाले स्टॉक में निवेश कर दिया तो हमारे पैसे कम होने के संभावनाएं ज्यादा होगी इसलिए हमें undervalue वाले स्टॉक को चुनना है जिसमें कि growth भी हो और साथ में हमें वह सही दाम पर मिल सकें ।
तो चलिए अब एक-एक करके हम ग्रोथ वाले और वैल्यूएशन वाले पैरामीटर के बारे में सीखते हैं |
Growth पैरामीटर के आधार पर Smallcap stocks की ऐनालीसिस कैसे करें ?
Small stocks analysis in hindi के growth पैरामीटर में हम तीन पैरामीटर के बारे में सीखेंगे जिससे कि हमें उस शेयर के growth के बारे में पता चल सके |
ग्रोथ पैरामीटर का सबसे पहला पैरामीटर जो हमें देखना है वह है पिछले 3 साल का प्रॉफिट ग्रोथ 15% और उससे ज्यादा का होना चाहिए
15% और इससे ज्यादा का प्रॉफिट ग्रोथ लगातार 3 साल तक रख पाना हर स्मॉल कैप कंपनी के बस की बात नहीं होती इसलिए जो कंपनी यह अच्छे से कर पाता है वह यह दर्शाता है कि वह भविष्य में अच्छा करने की क्षमता रखता है
दूसरा पैरामीटर जो हमें स्मॉल कैप स्टॉक्स के ग्रोथ के बारे में बताता है वह है सेल्स ग्रोथ (sales growth) | सेल्स ग्रोथ में हमें यह देखना है कि उसके 3 साल का सेल्स ग्रोथ 15% और उससे ज्यादा का होना चाहिए
तीसरा पैरामीटर जो हमें स्मॉल कैप स्टॉक्स के ग्रंथ के बारे में बताया वह है उसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट ग्रोथ (operating profit growth)
अगर पिछले 3 साल का ऑपरेटिंग प्रॉफिट ग्रोथ 15% और उससे ज्यादा का है तभी वह स्टॉक अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता रखता है
जब आपको स्मॉल कैप स्टॉक्स में यह तीन पैरामीटर मिलते हुए दिखाई दे तब आप समझिएगा कि उस स्टॉक में ग्रंथ की संभावना बहुत ज्यादा है और वह आने वाले समय में अच्छा प्रदर्शन दिखा सकता है
यह तो हो गया स्मॉल कैप स्टॉक्स के ग्रोथ के बारे में तो चलिए अब हम इसकी वैल्यूएशन के पैरामीटर को देखते हैं जिसकी मदद से हम यह जान पाएंगे कि वह स्टॉक under वैल्यू है या over वैल्यू है
वैल्यूएशन के आधार पर Smallcap stocks की ऐनालीसिस कैसे करें ?
इसमें हम 2 पैरामीटर के बारे में जानेंगे जिसकी मदद से हम smallcap stocks analysis in hindi को आसानी से समझ सकते हैं
वैल्यूएशन निकालते समय सबसे पहला पैरामीटर जो आपको ध्यान में रखना है वह है P/E | आपको देखना है कि स्टॉक का P/E उसके इंडस्ट्री P/E से कम हो तभी हम उस स्टॉक को under वैल्यू कह सकते हैं
इसे हम उदाहरण से समझते हैं अगर इंडस्ट्री का P/E 25 है और उसी इंडस्ट्री में स्टॉक का P/E 15 के आसपास है तो यह एक साफ संकेत देता है कि वह शेयर उसके इंडस्ट्री से सस्ता है और कम दाम में मिल रहा है ।
इंडस्ट्री P/E के साथ-साथ अगर आप उस स्टॉक का पिछले 3 साल और 5 साल का एवरेज P/E भी देख लेते हैं तो इससे भी आपको उस स्टॉक की वैल्यूएशन निकालने में बहुत मदद मिलेगी
वैल्यूएशन के दूसरे पैरामीटर में हमें उस शेयर का price to book value देखना है | आपको देखना है कि stock का price to book value उसके इंडस्ट्री price to book value से कम रहना चाहिए
price to book value हमें यह बताता है कि वह स्टॉक अपने बुक वैल्यू से कितना महंगा मिल रहा है अगर शेयर का price to book value उसके इंडस्ट्री से कम रहता है तो यह संकेत देता है कि वह शेयर अभी underवैल्यू है और अपने इंडस्ट्री से सस्ते में मिल रहा है
इन दो वैल्यूएशन पैरामीटर की मदद से आप स्मॉल कैप स्टॉक की वैल्यूएशन का पता आसानी से लगा सकते हैं । इन सभी पैरामिटर को आप screener की वेबसाईट पर लगा कर स्टॉक को ढूड़ सकते हैं |
स्मॉल कैप स्टॉक्स में किन्हें निवेश करना चाहिए ?
- स्मॉल कैप स्टॉक्स में उन्हीं को निवेश करना चाहिए जो ज्यादा रिस्क लेकर ज्यादा रिटर्न बनाना चाहते है
- स्मॉल कैप स्टॉक्स में वे लोग भी निवेश कर सकते हैं जो मार्केट में ज्यादा लंबे समय के लिए निवेश कर रहे हैं कम से कम 5 से 10 साल
- स्मॉल कैप स्टॉक में वही लोग निवेश करें जो 17% से 25% का सालाना ग्रोथ अपने निवेश किए हुए कैपिटल पर चाहते हैं
- जो लोग अभी 25 से 35 साल 35 वर्ष के बीच में है वह लोग भी स्मॉल कैप स्टॉक्स में हल्का निवेश कर सकते हैं
- जो लोग अपने रिटायरमेंट के समय पर है उन्हें स्मॉल कैप स्टॉक्स में निवेश नहीं करना चाहिए क्योंकि यह बहुत ही वोलेटाइल होते हैं और बहुत ही कम समय में या बहुत ही ज्यादा ऊपर नीचे होते रहते हैं
निष्कर्ष (Conclusion)
आज हमने Smallcap stocks की ऐनालीसिस कैसे करें (smallcap stocks analysis in hindi) करना सीखा है | हमने इस लेख में दो पैरामीटर के आधार पर स्मॉल कैप स्टॉक्स को ढूंढना सीखा है
ग्रोथ पैरामीटर में हमने तीन ऐसे पैरामीटर के बारे में जाना जिससे कि हमें उस शेयर के ग्रोथ के बारे में पता चलता है | वैल्यूएशन पैरामीटर में हमने दो ऐसे पैरामीटर के बारे में जाना जिसकी मदद से हम स्मॉल कैप स्टॉक्स की वैल्यूएशन का पता लगते हैं जिससे यह पता चलता है कि क्या वह स्टॉक अंदर वैल्यू है या वर वैल्यू है
आशा करता हूं आपको Smallcap stocks की ऐनालीसिस कैसे करें (smallcap stocks analysis in hindi) पसंद आया होगा | अगर आपके मन में किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप उसे comment box में पूछ सकते हैं |
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