दोस्तों आज के इस लेख में हम अदानी पावर शेयर की कीमत क्यों गिर रही है, जानने का प्रयास करेंगे और इसके साथ – साथ यह भी देखेंगे कि इसमें कब और कैसे निवेश करना सही रहेगा |
पिछले कुछ समय में अडानी पावर ने अपने शेयर प्राइस में भारी गिरावट दिखाया है और इसके अलावा इसके शेयर प्राइस में लोअर और अप्पर सर्किट देखने को भी मिला है जो मैनीपुलेशन को दर्शाते हैं |
इसके अलावा हम यह भी देखेंगे की जिस तरह से इसका शेयर प्राइस में उतार चढ़ाओ देखने को मिल रही है, तो क्या इसमें अभी निवेश करना सही रहेगा या नहीं , तो चलिए शुरू करते हैं |
अदानी पावर शेयर की कीमत क्यों गिर रही है | Why adani power share price falling

वैसे तो अडानी के सभी स्टॉक्स में भारी गिरावट देखने को मिली है और इसके कारण भी बहुत हैं, तोह चलिए एक – एक करके उन कारणों के बारे में जानते हैं |
Hindenburg रिपोर्ट
जबसे hinderberg की रिपोर्ट आयी है और उन्होंने अडानी पर इलज़ाम लगाए हैं तबसे अडानी के सभी स्टॉक्स में गिरावट होना चालू हो गयी है |
हिन्डरबर्ग में अपनी रिपोर्ट में यह बताया है था की यह गलत तरीके से अपने स्टॉक्स के शेयर प्राइस को बड़ा रहे हैं और यह भी बोला था कि इनके सभी स्टॉक्स बहुत ही ज़्यादा ओवर वैल्यू हैं |
हिन्डरबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी के अलग – अलग स्टॉक्स के ऊपर टिपण्णी करते हुआ कहा था कि इनके अलग – अलग स्टॉक्स में इतना – इतना गिरावट देखने को मिल सकती है | और इनके सभी स्टॉक्स में लगभग उतना गिरावट देखने को मिला भी है |
हालाँकि हिंडेनबर्ग ने अडानी पर जो भी इलज़ाम लगाए थे, अडानी ने उसे ख़ारिज करते हुए बहुत सारे कारण बताये पर भी वह सब कारण अडानी के शेयर प्राइस को गिरने से नहीं रोक पाए |
अदानी पावर शेयर की कीमत क्यों गिर रही है, हिन्डरबर्न ने अडानी के सभी स्टॉक्स के लिए बोला था कि इनमे 70 से 80 प्रतिशत तक ओवर वैल्यू हैं और इतनी ही गिरावट देखने की मिल सकती है, उसके बाद इसके सभी स्टॉक्स में भरी गिरावट आयी है |
अडानी पावर को देखें तो इसका हाई 432 का है और हाल ही में इसने 132 का लो मारा है | अगर हम करेक्शन देखे तो लगभग 70% आता है, जैसा हिन्डरबर्ग ने बोला था |
नेगेटिव सेंटीमेंट पूरे विश्व में
अदानी पावर शेयर की कीमत क्यों गिर रही है इसके एक और मुख्य कारण घरेलू और ग्लोबल मार्केट में बहुत सारे ऐसे घटना होते नजर आया है बैंक क्राइसिस जिसकी वजह से मार्केट के माहौल में काफी ज्यादा नेगेटिव असर देखने को मिला हैं।
अगर देखा जाए तो US का बैंक SVB में गड़बड़ी के कारण और credit Suisse के साथ – साथ दो तीन बैंक collapse होने के रास्ते पर आ गए हैं जिसके कारण पूरे विश्व में नकारात्मक माहौल बना हुआ है |
इसके कारण पूरे विश्व के स्टॉक मार्केट में गिरावट देखने को मिला है और भारत के स्टॉक मार्केट पर इसका रिप्पल इफ़ेक्ट आया है जिससे हमारा मार्किट भी काफी गिर चूका है |
परन्तु अब ऐसा लग रहा है कि अलग – अलग देश के सेंट्रल बैंक इन बैंकों को बचाने के लिए पैसा दे सकते हैं, जिससे थोड़ा बहुत सुधार देखने को मिल सकता है |
भविष्य में बढ़ने वाले शेयर 2040
कंपनी शेयर प्राइस ओवर-वैल्यू
अगर हम अडानी पावर का फंडामेंटल एनालिसिस करें तो इसके कुछ फाइनेंसियल रेश्यो को देखे तो हम यह पाएंगे कि यह बहुत ही ओवर bought और ओवर वैल्यू था |
जैसे अगर हम इसका बुक वैल्यू देखे, जोकि 62.77 है और वहीँ पर इसका हाई प्राइस 432 से तुलना करें हम यह पाएंगे कि यह अपने बुक वैल्यू से सात गुना ज़्यादा ऊपर ट्रेड कर रहा था |
ज़्यादा से ज़्यादा अगर इसका प्राइस / बुक वैल्यू 4 रहे तब तक इसे नार्मल वैल्यूएशन कहेंगे और इसमें ज़्यादा उतार चढ़ाओ देखने को नहीं मिलेगी |
और अभी के समय में इसका प्राइस / बुक वैल्यू 3.17 है जोकि सही है, और अगर यह ऊपर गया तो 240 पर इसमें फिर से सेलिंग देखने को मिल सकती है |
दूसरी तरफ अगर हम इसका PE रेश्यो देखते हैं तो जब यह 432 पर ट्रेड कर रहा था तो इसका PE लगभग 120 का था जबकि इंडस्ट्री का PE 15 से 20 के बीच में है | इसके PE से भी हम कह सकते हैं कि यह बहुत ही ओवर वैल्यू है |
Top 5 best bearish candlestick pattern
कंपनी के ऊपर क़र्ज़ और पैसों की किल्लत
चूँकि पावर सेक्टर एक capex intensive बिज़नेस है और इस बिज़नेस को बढ़ाने और बड़ा करने के लिए बहुत पैसों ki जरुरत होती है |
कोविद के बाद सेंट्रल बैंकों ने भारी मात्रा में पैसे छापे था कि हर किसी को कम इंटरेस्ट पर लोन मिल रहा था सबने भारी मात्रा में लोन लिया, अपने बिज़नेस को बढ़ने के लिए |
Relaxo share price target 2023, 2025, 2030, 2040
अडानी ने अपने शेयर को pledge कर के लोन ले लिया और चूँकि उसपे इंटरेस्ट लगता है तो यह सही समय पे लोन चुका नहीं पाए जिससे यह कर्जे में आ गए |
और हाई इंटरेस्ट रेट के माहौल में इन्हे बिज़नेस को बढ़ने लिए पैसे नहीं मिल रहे हैं | इस कारण से भी अडानी पावर के शेयर प्राइस में गिरावट देखने को मिली है |
परन्तु अब अगर इसका बैलेंस शीट देखेंगे तो उसमे काफी सुधार हुआ है और इन्होने अपने शेयर प्लेड्जिंग भी कम कर दी है, जोकि एक अच्छा संकेत है |
अब आपको पता लग गया होगा कि आखिर अडानी पावर शेयर प्राइस क्यों गिर रहा है | यह कुछ कारण है जिसके वजह से स्टॉक प्राइस लगातार गिर रहा है |
अडानी पावर शेयर कब खरीदना चाहिए ? | When to buy adani power share ?
अगर हम फिबोनाकी रेट्रासमेन्ट के हिसाब से देखे तो फिबोनाकी का 0.5 का लेवल 175 से 180 के बीच में आता है, तो इसे आप इस मूल्य पर खरीद सकते हैं |
परन्तु आपको इसमें एक बार में पूरा पैसा नहीं लगाना है, इसमें आप इंस्टालमेंट में पैसा डाले, जैसे अगर आपके पास 10,000 रूपए हैं तो इसे आप 2,000 के पांच हिस्सों में बाँट लीजिये और हर गिरावट में खरीदिये |

यह इन्वेस्टमेंट का सही तरीका होता है अगर स्टॉक हल्का सा भी नार्मल वैल्यूएशन या ओवर bought पर ट्रेड कर रहा होता है, क्यूंकि उसमे करेक्शन देखने को मिल सकती है |
अगर हम लेवल की बात करें तो आप 175 और 180 एक लेवल हो सकता है जहाँ पर आप खरीद सकते हैं और फिर 120 के पास | अगर सबसे अच्छे लेवल की बात करे तो 75 रूपए वाला सबसे मजबूत लेवल है |
Level | 175-180 | 160 | 120 | 100 | 75 |
Investment | 2000 | 2000 | 2000 | 2000 | 2000 |
अडानी पावर शेयर प्राइस क्यों गिर रहा है ?
नेगेटिव सेंटीमेंट पूरे विश्व में, कर्जा, हिन्डरबर्ग रिपोर्ट इत्यादि कारणों से अडानी पावर शेयर प्राइस गिर रहा है |
अडानी पावर शेयर कब खरीदना चाहिए ? | When to buy adani power
ऊपर मैंने कुछ लेवल्स बताये हैं यहाँ पर आप इसे खरीद सकते हैं |
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