इन्होने अडानी ग्रुप की स्थापना 1988 में कमोडिटी ट्रेडिंग फर्म से की, इसके बाद इन्हे मुंद्रा पोर्ट बनाने का कॉन्ट्रैक्ट मिला | उसके बाद से इनके पास भारत में सबसे ज़्यादा पोर्ट्स हैं |
उन्होंने अपने 60th जन्मदिन पर ज़िन्दगी के कुछ सीख साझा करि हैं जो हमें उनसे सीखने चाहिए, और अपने जीवन में लागू करनी चाहिए |
1.खुद को हमेशा नयी चीज़ों सीखाते रहिये, जिससे आप नए अवसर के लिए तैयार रहें, और अवसर मिलते ही उसे पकड़ सके |
शुरू शुर में उन्हें पता लगा की ट्रेड करने के लिए पोर्ट एक बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान करते हैं | उन्होंने इस मौके को पहचाना और अब बहुत सारे पोर्ट उनके पास हैं|
नेगोसिएशन और सेल्स स्किल बहुत जरुरी है -
यह एक ऐसा शस्त्र है, जिसे अगर हासिल कर लिया जाए तो यह आपको जीवन में अपार लाभ दे सकता है।
हमेशा जवान रहने की कोशिश करे और सीखते रहे
आपको दिमाग से हमेशा जवान रहना है जो आप तभी रह सकते हैं जब आप हमेशा नयी चीज़ सीखते रहेंगे |
आप अपने जीवन में जो कुछ भी करते हैं, आपको हमेशा सीखते रहना चाहिए क्योंकि यह आपको विनम्र रखता है, आपको बेहतर अवसरों के लिए तैयार करता है |
जब कभी भी हम एक कामयाब इंसान को देखते हैं, उन सब में एक चीज़ सामान रहती है | वह सभी किसी न किसी रूप में समाज को वापस देते हैं |
शुरू से ही अडानी जी को पता था डायवर्सिफिकेशन बहुत ही ज़रूरी है| इसलिए शुर से ही इन्होने अलग-अलग बिज़नेस में आते गए |
पहले इन्होंने शुरुआत खेती की सामग्री का एक्सपोर्ट करते थे फिर उसके बाद यह ऑइल और गैस एक्सप्लोरेशन, पावर जनरेशन, पोर्ट, लोजिस्टिक्स, और अब यह सीमेंट सेक्टर में भी आ गए हैं |